सिमटती जा रही हैं रेल सुविधाएं, यात्रियों की बढ़ रही मुश्किलें
पूर्व मध्य रेलवे के पूर्णिया सहरसा रेलखंड पर बहरहाल इस रेलखंड पर अभी हाटे बाजारे एवं जानकी एक्सप्रेस का परिचालन हो रहा है। जानकीनगर स्टेशन पर इनमें से एक भी ट्रेन का ठहराव नहीं दिए जाने से क्षेत्रवासियों में आक्रोश देखा जा रहा है।

पूर्णिया, जेएनएन। पूर्व मध्य रेलवे के पूर्णिया सहरसा रेलखंड स्थित मुरलीगंज, बनमनखी, सरसी व जानकीनगर रेलवे स्टेशनों पर धीरे धीरे यात्री सुविधाएं सिकुड़ती चलीं जा रही है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर रेल प्रशासन ने इस रेलखंड पर रेलगाडिय़ों का परिचालन बंद कर दिया था। बहरहाल इस रेलखंड पर अभी हाटे बाजारे एवं जानकी एक्सप्रेस का परिचालन हो रहा है। जानकीनगर स्टेशन पर इनमें से एक भी ट्रेन का ठहराव नहीं दिए जाने से क्षेत्रवासियों में आक्रोश देखा जा रहा है। पूर्व की तरह नियमित रूप से गाडिय़ों का परिचालन होने किन्तु कई स्टेशनों पर ठहराव नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ती ही चली जा रहीं हैं। मिथिलेश कुमार ङ्क्षसह , सुभाष प्रसाद ङ्क्षसह, प्रो. प्रेम कुमार जायसवाल, गजेन्द्र साह, दुर्गा नंद ङ्क्षसह, ङ्क्षबदुल दास, सुभाष पासवान, मु. उस्मान राही , विनोद कुमार, उपेन्द्र साह, जीबछ कुमार , अशोक कुमार मंडल, रामचंद्र चौधरी सहित अलग-अलग क्षेत्रों के यात्रियों ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा कि इस रेलखंड पर दिन प्रतिदिन यात्री सुविधाएं सिकुड़ती जा रही हैं ।बोले यदि किसी को कोशी एक्सप्रेस या फिर जानकी एक्सप्रेस से सफर करना होता है तो उन यात्रियों को बनमनखी अधवा मुरलीगंज जाकर तथा पूरी रात जागकर उन्हें ट्रेन पकडऩा म•ाबूरी बनी हुई है।लोगों ने बताया कि इसी प्रकार काफी लंबी दूरी की यात्रा करनेवाले इस रेलखंड के यात्रियों को भी वही स्थिति उत्पन्न होती है। उन्हेंं या तो मुरलीगंज या फिर बनमनखी उतरना पड़ता है, जहां से उन्हें अधिक किराया चुकाकर अपने घर पहुंचना पड़ता है। दिल्ली पंजाब जाने वाले लोगों को भी आने-जाने में भारी मशक्कत करना पड़ता है। समाजसेवी संगठनों एवं राजनीतिक दलों से जुड़े पंकज कुमार, संजीव कुमार यादव, रजनीश कुमार रमण, अमरेन्द्र कुमार झा रामचंद्र यादव,पवन कुमार, अनिल कुमार दास, बताते हैं कि अब दिल्ली पंजाब जाने आनेवाले मजदूरों ने भी रेल से मु. मोड़ लिया है। बोले कि इस रेलखंड के यात्रियों को दिन हो या रात ट्रेन में सफर करने की तमन्ना पूरी नहीं हो रही हैं। ट्रेन से यात्रा करने के लिए 12 से 15 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है ,तब जाकर ट्रेन से अपने गंतव्य को जाते हैं। यात्री सुविधाओं से जूझ रहे क्षेत्रवासियों ने रेल प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया है तथा जनहित में सवारी गाड़ी का परिचालन प्रारंभ करने के साथ साथ चल रही एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव सुनिश्चित करने की मांग रेल के अधिकारियों से की है।
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