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    Purnea University: कोर्स की मान्यता को लेकर शिक्षकों व छात्रों के संशय पर कुलपति ने कही ये बातें

    By Shivam BajpaiEdited By:
    Updated: Tue, 28 Sep 2021 04:59 PM (IST)

    Purnea University के कुलपति ने कहा कि कोर्स की मान्यता को लेकर संशय में न रहें शिक्षक व छात्र। कुलपति ने विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों के साथ की बैठक। शिक्षकों को कर्तव्य निर्वहन की नसीहत और कही ये बातें...

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    पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया ब्लू प्रिंट।

    जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया विश्वविद्यालय (Purnea University) के कुलपति डा. राजनाथ यादव ने कहा कि किसी भी कोर्स की मान्यता को लेकर शिक्षकों व छात्रों को संशय में रहने की जरुरत नहीं है। वे संशयमुक्त होकर अपने-अपने कर्तव्यों का निवर्हन करें। कुलपति डा. यादव विश्वविद्यालय के सिनेट हाल में आयोजित स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति ने विश्वविद्यालय में पठन-पाठन के माहौल पर गहन चर्चा की। उन्होंने विश्वविद्यालय की गतिशीलता के लिए भी छात्रों एवं शिक्षकों के कर्तव्यों के निर्वहन की आवश्यकता पर बल दिया।

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    शोध के छात्रों की नियमित उपस्थिति जरुरी

    बैठक के दौरान उन्होंने विभागाध्यक्षों को याद दिलाते हुए कहा कि शोध छात्रों की सूची विभागवार उपलब्ध करा दी गई है। अब उन्हें शोध के क्रमिक विकास की निगरानी करनी है। नियमानुकूल छह माह का कोर्स वर्क पूरा कर लिया गया है। अब शोधार्थियों को शोध के शेष समय में विभाग में नियमित उपस्थित होना है। शोध निर्देशकों से उन्होंने यह अपेक्षा जताई कि ऐसे शोध कार्य कराए जाए जिससे समाज को लाभ हो एवं शोध की सामाजिक उपयोगिता हो। यथासाध्य शोध-पत्र का प्रकाशन मान्य जर्नल में हो। उन्होंने आग्रह किया कि ऐसा माहौल बनाया जाए, जिससे विभाग में छात्र पढ़ भी रहे हों और विभाग में शोध भी होता रहे। छात्र-छात्राओं के अध्ययन-अध्यापन के साथ उनके चरित्र निर्माण पर भी ध्यान देने पर जोर दिया गया।

    कालेजों में समृद्ध पुस्तकालय व अलग-अलग कामन रुम

    बैठक के दौरान कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में समृद्ध पुस्तकालय, छात्र-छात्रा के लिए पृथक-पृथक कामनरूम व कैम्पस स्वच्छता उनकी प्राथमिकता रहेगी। साथ ही सभी विभागाध्यक्षों से विभागीय वेबिनार कराने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने तत्काल संकायाध्यक्षों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के एक साल पूरे होने पर संकायवार वेबिनार आयोजित करने का निर्देश दिया।

    बैठक में विश्वविद्यालय के चारों संकायों यथा मानविकी, समाज विज्ञान, विज्ञान एवं वाणिज्य के संकायाध्यक्षों के अतिरिक्त अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. मरगूब आलम, उपकुलसचिव (शैक्षणिक) डा. मनोज कुमार एवं विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रो. गौरीकांत झा उपस्थित रहे।