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    Bhagalpur News: खाकी में आवास किराया घोटाला, खेला ऐसा खेल की जांच टीम भी रह गई हैरान

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 02:51 PM (IST)

    भागलपुर में नवगछिया पुलिस केंद्र के सार्जेंट हरिओम कुमार और सिपाही शशि शर्मा पर सरकारी आवास के किराये में हेराफेरी का आरोप है। उन्होंने अंकेक्षण टीम को धोखा देकर अपने आवासों की जानकारी छिपाई जिसके चलते दो आवासों का किराया नहीं वसूला गया। एसपी के आदेश के बाद भी गड़बड़ी हुई जिसकी जांच चल रही है। मामला उजागर होने से विभाग में हड़कंप मच गया है।

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    खाकी में आवास किराया घोटाला, सार्जेंट ने अपना नाम हटाकर आडिट करा डाला। फाइल फोटो

    कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। खाकी में अजब-गजब का खेल खेलने वाले निजी लाभ के खातिर वरीय अधिकारियों की भी किरकिरी करा दे रहे हैं। नवगछिया पुलिस केंद्र में बने सरकारी आवास में 37 माह से रह रहे उपष्कर प्रभारी सार्जेंट हरिओम कुमार और लेखा शाखा में तैनात सिपाही शशि शर्मा ने किराये में ही हेराफेरी कर दी।

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    8 एलएच आवास जिन आठ लोगों को आबंटित किया गया, उसकी ऑडिट रिपोर्ट बाद नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार ने 31 जुलाई 2025 को आवंटित आवस में रहने वाले पुलिसकर्मी, पदाधिकारियों से किराया वेतन से लेने को कहा।

    जून 2022 से अप्रैल 2025 तक की अवधि में आवंटित छह आवासों में रहने वाले से निर्धारित मानक किराया वसूली करने का आदेश दिया। उक्त आदेश के बाद छह पुलिसकर्मियों सहायक अवर निरीक्षक योगेश कुमार साह, परिचारी सोमजीत कुमार, सिपाही राकेश कुमार, चालक सिपाही दीपक कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक लाइन बाबू कामेंद्र प्रताप सिंह और चालक हवलदार मिथलेश बैठा से तय किया गया मानक किराया वेतन से ले लिया गया।

    खेल आवंटित छह आवासों से किराया वसूली के दौरान खेला गया। दरअसल 16 मई 2025 से 27 मई 2025 तक पुलिस केंद्र और पुलिस कार्यालय नवगछिया का अंकेक्षण किया गया। अंकेक्षण के समय पुलिस केंद्र में मौजूद 8 एलएच आवास में क्रमांक संख्या एक के फ्लैट में रहने वाले लेखा शाखा के सिपाही शशि शर्मा और जीपी प्रभारी यानी उपष्कर शाखा के प्रभारी सार्जेंट हरिओम कुमार से अंकेक्षण कर रही है। टीम के समक्ष 8 एलएच आवास में क्रमश: आवास संख्या एक और चार में अपने रहने की बात छिपाते हुए छह आवासों की सूची प्रस्तुत की।

    जिस आधार पर अंकेक्षण टीम ने उन्हीं छह आवास के किराये का जिक्र रिपोर्ट में किया। अंकेक्षण कर रही टीम को झांसा देने के बाद इन दो आवासों के छिपा लेने का मामला नवगछिया एसपी की संज्ञान में भी नहीं आ सका।

    पुलिस केंद्र में आवंटित आवासों में ऐसा खेल खेलने वाले और भी कई पुलिसकर्मी और पुलिस पदाधिकारी हैं, जो महकमे को झांसा देते हुए आवास किराये की हेराफेरी कर रखी है। जांच की आंच में ऐसा खेल खेलने वालों का चेहरा सामने आ जाएगा।

    लेखापाल ने कहा ऑडिट टीम को दिया गया होगा झांसा

    पुलिस कार्यालय में तैनात लेखापाल अनिल कुमार ने यह पूछे जाने पर कि ऐसी गड़बड़ी कैसे हो गई। जब आवास आवंटन जीपी प्रभारी हरिओम कुमार और लेखा सिपाही शशि शर्मा को भी है, तो छह पुलिसकर्मी और पदाधिकारियों से ही किराया वसूली क्यों हुई।

    उनका जवाब था कि अंकेक्षण के अनुसार तैयार सूची के आधार पर किराया काटा गया है। उन्होंने कहा कि अंकेक्षण के समय ही टीम के समक्ष ऐसे नामों को सूची में शामिल नहीं किया गया होगा। ऑडिट टीम को झांसा दिया गया होगा।

    ऐसा मामला केवल लेखा सिपाही या जीपी प्रभारी का नहीं ऐसा बहुत मामले हैं। लेकिन उनके समक्ष जो सूची आएगी उस आधार पर ही किराया काटा जाता है।

    आरोप की जद में आने वाले जीपी प्रभारी सार्जेंट हरिओम ने माना कि वह अभी भी उसी आबंटित आवास संख्या चार में रह रहे हैं। लेखा सिपाही शशि शर्मा ने भी उसी आबंटित आवास में रहने की बात कही है।