Updated: Sun, 18 May 2025 12:38 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भागलपुर में पीएम मित्र पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है। इस योजना का उद्देश्य भागलप ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, भागलपुर। रेशमी शहर के बुनकरों के उत्थान को लेकर केंद्र सरकार की योजनाएं धरातल पर उतरेगी। रेशम उद्योग को मुख्य धारा में लाने को लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पहल की है। 16 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र के माध्यम से प्रस्ताव भेजा है।
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उन्होंने पीएम से आग्रह किया है कि आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसे क्रांतिकारी अभियानों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई ऊंचाई दी है।
प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल्स रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) योजना ने वस्त्र उद्योग को भी वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है।
मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए चयनित करने का आग्रह
भागलपुर जिले में पीएम मित्र योजना के तहत एक मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए चयनित करने का आग्रह किया है, ताकि इस क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर को आधुनिकता से जोड़ा जा सके और अर्थव्यवस्था को नई गति दी जा सके
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि भागलपुर वस्त्र उद्योग में भारत की प्राचीन और समृद्ध परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है। भागलपुरी सिल्क, जिसे विश्वभर में क्वीन्स ऑफ फेब्रिक्स कहा जाता है।
यहां के बुनकरों ने अपनी अद्वितीय कारीगरी से देश-विदेश में भागलपुरी सिल्क की पहचान स्थापित की है। जापान, यूरोप, पश्चिमी एशिया सहित अनेक देशों में भागलपुरी उत्पादों की आज भी काफी मांग है। वर्तमान दौर में भी भागलपुर में लगभग 50 हजार से अधिक बुनकर परिवार प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े हुए हैं।
पारंपरिक हथकरघा, प्राकृतिक रंगों का उपयोग और उच्च गुणवत्ता वाली तसर रेशम की बुनाई जैसी विशिष्टताएं इस क्षेत्र को अन्य क्षेत्रों से अलग बनाती हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां विरासत, कौशल और प्राकृतिक संसाधनों का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है।
लेकिन दुर्भाग्यवश, समय के साथ वैश्विक तकनीकी विकास और संगठित अवसंरचना के अभाव ने इस क्षेत्र की चमक को मंद कर दिया है। छोटे बुनकरों को आज भी बाजार, वित्तीय सहायता और तकनीकी उन्नयन तक सीधी पहुंच नहीं है।
यदि समय पर आवश्यक औद्योगिक अवसंरचना प्रदान की जाए, तो भागलपुर न केवल देश में बल्कि वैश्विक मंच पर भारत के वस्त्र निर्यात का अग्रणी केंद्र बन सकता है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भागलपुर के लिए रखा पक्ष
भागलपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में पीएम मित्र पार्क के लिए आवश्यक एक हजार एकड़ से अधिक भूमि सुलभ रूप से उपलब्ध कराई जा सकती है। भागलपुर रेल, सड़क और हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। जिससे कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार वस्त्रों के परिवहन में सुविधा होगी।
पारंपरिक बुनकर समुदाय एवं नवयुवक दोनों उपलब्ध हैं, जिन्हें आधुनिक कौशल प्रशिक्षण द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली उत्पादन क्षमता में बदला जा सकता है। भागलपुरी सिल्क एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित ब्रांड है, जिसे वैश्विक बाजारों में नए उत्पादों और डिजाइनों के साथ पुनर्जीवित किया जा सकता है।
पार्क की स्थापना से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाखों रोजगार के अवसर सृजित होंगे, विशेष रूप से महिलाओं और ग्रामीण युवाओं के लिए। भारत की प्राचीन वस्त्र परंपरा को आधुनिक वैश्विक बाजार के अनुरूप पुनः स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भागलपुर जैसे ऐतिहासिक शहर को पीएम मित्र योजना के अंतर्गत शामिल करना न केवल बिहार के आर्थिक विकास को नई दिशा देगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी एक महत्वपूर्ण योगदान सिद्ध होगा।
एक विश्वस्तरीय टेक्सटाइल पार्क की स्थापना से न केवल परंपरा का आधुनिकरण होगा, बल्कि रोजगार, उद्यमिता, निर्यात और सामाजिक सशक्तिकरण की एक नई श्रृंखला प्रारंभ होगी। इस निर्णय से भागलपुर फिर से रेशमी नगरी के रूप में विश्व पटल पर अपनी चमक बिखेर सकेगा।
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