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    विधानसभा में खगडि़या के इस विधायक ने उठाया अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु निर्माण कार्य का मामला

    By Dilip Kumar shuklaEdited By:
    Updated: Mon, 08 Mar 2021 07:15 AM (IST)

    विधानसभा में खगडि़या के परबत्‍ता विधायक डॉ. संजीव कुमार ने उठाया अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु निर्माण कार्य का मामला। इस पर मंत्री ने कहा - दिसंबर 2021 तक हो जाएगा कार्य पूर्ण। कुछ दिनों पूर्व निर्माण कंपनी के डायरेक्टर ने कहा था जून में कार्य पूरा हो जाएगा।

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    कच्छप गति से हो रहे निर्माण कार्य पर परबत्ता विधायक डॉ. संजीव कुमार ने उठाया सवाल

    जागरण संवाददाता, खगडिय़ा। अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु निर्माण कार्य की कच्छप गति को लेकर विधान सभा में स्थानीय विधायक डॉ. संजीव कुमार ने आवाज उठाई है। बीते बुधवार को प्रश्नोत्तर काल में परबत्ता विधायक डॉ. संजीव कुमार ने अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु  निर्माण कार्य में हो रहे विलंब और रामपुर-कटघरा पुल का निर्माण के बाद उसी साल बाढ़ में बह जाने का मामला उठाया। विधायक ने सदन में कहा कि गंगा नदी पर बन रहे अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु का निर्माण कार्य कच्छप गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि   गोगरी प्रखंड के कटघरा दियारा के पास बनने के कुछ दिनों बाद ही पुल  बाढ़ में बह गया। उन्होंने इसको लेकर संबंधित ठेकेदार व अधिकारी पर कार्रवाई नहीं होने का मामला उठाया। जदयू विधायक के महासेतु से संबंधित सवाल पर जवाब देते हुए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि निर्माण कार्य में देरी हुई है और जमीन अधिग्रहण को लेकर मामला फंसा था।  लेकिन अब दिसंबर 2021 तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बताते चलें कि अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु बनने के बाद फरकिया और रेशम की नगरी भागलपुर की दूरी कम जाएगी। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व महासेतु निर्माण कंपनी  एसपी सिंगल के डायरेक्टर ने कहा था कि जून में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। अब डायरेक्टर के जवाब पर सवाल उठने लगे हैं।

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    मेला मैदान की भूमि का अतिक्रमण

    बांका मधुसूदन मंदिर स्थित ऐतिहासिक मेला मैदान के चारों तरफ अतिक्रमण हावी है । करीब आधे दर्जन छोटे-बड़े अस्थाई दुकान अतिक्रमणकारियों द्वारा खोल दी गई है। बिना प्रशासनिक इजाजत के ही यह दुकान काफी दिनों से संचालित हो रही है। जहां शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। अस्थाई झोपड़ी में कई तरह की गलत कार्य की योजना बनाई जाती है। शाम के समय मुख्य रुप से यह जगह शराबी एवं जुआरियों का अड्डा बन जाता है । असामाजिक तत्वों द्वारा महिला एवं लड़कियां पर अश्लील फब्तियां कसी जाती है। कुछ महीने पूर्व अश्लील टिप्पणी करनेे पर दोनोंं तरफ से मारपीट की घटना भी घट चुकी है। अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके कारण अतिक्रमणकारियों का मनोबल दिनों दिन बढ़ते जा रहा है। मेला मैदान में अस्थाई दुकान खुलने का सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। जबकि इस मार्ग से हर दिन प्रशासन का आना जाना लगा रहता है। मेला मैदान में सरकार द्वारा कई स्थाई कार्य किए जाने से पहले ही मेला मैदान का आकार छोटा हो चुका है । इसके अलावा मेला मैदान की काफी भूमि पहले से ही अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। जहां पर स्थाई अतिक्रमण हो चुका है। इधर, सीओ विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि मेला मैदान में की गई अस्थाई अतिक्रमण को मुक्त कराया जाएगा।