Pappu Yadav Nomination: कहीं कट न जाए चालान! बिना हेलमेट के पप्पू ने दौड़ाई बाइक, अनोखे अंदाज में भरा पर्चा
पप्पू यादव आज पूर्णिया से निर्दलीय नामांकन करने जा रहे हैं। आज नामांकन का अंतिम दिन है। नामांकन करने के लिए वह बाइक से निकले तो समर्थकों में भारी जोश व उत्साह देखने को मिला। हालांकि इससे पहले उन्होंने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया। पप्पू यादव के नामांकन को लेकर भीड़ उमड़ी है। पप्पू यादव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करेंगे मगर रहेंगे कांग्रेस के साथ।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया। आखिरकार पूर्व सांसद व कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने खुद की सुनी और पूर्णिया संसदीय क्षेत्र से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर दिया। हालांकि, इससे पहले उन्होंने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया।
पिता का आशीर्वाद लेते पप्पू।
ठगा महसूस कर रहा: पप्पू यादव
पप्पू ने कहा, ठगा महसूस कर रहा हूं। किसने ठगा पता नहीं, मगर जनता का आदेश है कि मैं पूर्णिया से लड़ूं। पप्पू यादव के नामांकन को लेकर भीड़ उमड़ी है। गौरतलब है कि पप्पू यादव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करेंगे, मगर रहेंगे कांग्रेस के साथ।
इससे एक दिन पूर्व ही राजद प्रत्याशी बीमा भारती के नामांकन सभा में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी यहां पहुंचे थे। गुरुवार को समर्थकों की भारी भीड़ के बीच जब वह नामांकन करने पहुंचे तो इसके कई मायने भी निकलने लगे।
बेटे को तिलक लगाती मां।
कांग्रेस नहीं छोड़ने की बात पर अडिग पप्पू
हाल ही में पूर्व सांसद ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में किया था। गत चुनाव में यह सीट कांग्रेस के हिस्से में थी और इस बार भी कांग्रेस के खाते में रहने की पूरी उम्मीद थी। पप्पू यादव का कांग्रेस में विलय भी इसी भरोसे पर हुआ था।
ऐन मौके पर यह सीट राजद में चले जाने के बाद पप्पू यादव ने निर्दलीय के रूप में नामांकन पर्चा दाखिल किया। इसके नामांकन जुलूस में काफी संख्या में समर्थक कांग्रेस का भी झंडा भी थाम रखा था। इधर पप्पू यादव अब भी कांग्रेस नहीं छोड़ने की बात पर अडिग हैं। ऐसे में अब सभी की निगाहें कांग्रेस नेतृत्व के रुख पर टिकी हुई है।
सड़क पर लगी जाम।
ध्वस्त हुई शहर की यातायात व्यवस्था
पूर्व सांसद के नामांकन को लेकर सुबह से ही समर्थकों का जमावड़ा शहर के टाउन हाल परिसर में होने लगा था। वहां से वे पैदल ही नामांकन स्थल के लिए विदा हो गए। उनके साथ समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। काफी संख्या में अलग अलग वाहनों पर सवार समर्थक भी पीछे में थे। इससे पूरे शहर की यातायात व्यवस्था तकरीबन दो घंटे तक ध्वस्त रही।
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