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    भागलपुर: 100 दिनों के रीडिंग कैंपेन से बेसिक छात्र बनेंगे मेधावी, जानिए क्‍या है केंद्र सरकार का 'पढ़े भारत' रीडिंग कैंपेन

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:37 AM (IST)

    पढ़े भारत रीडिंग कैंपेन से 100 दिनों के अंदर बेसिक छात्र मेघावी बनेंगे। भागलपुर के छात्र भी इससे लाभान्वित होंगे। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इस अभियान की शुरुआत केंद्र सरकार की ओर से की गई है।

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    पढ़े भारत रीडिंग कैंपेन से 100 दिनों के अंदर बेसिक छात्र मेघावी बनेंगे।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री (Union HRD Minister) ने एक जनवरी से एक सौ दिनों का पठन अभियान रीडिंग कैंपेन (100 days reading campaign) का शुभारंभ किया था। कोरोना की तीसरी लहर के कारण सात जनवरी से राज्य में सभी विद्यालयों को बंद कर दिया गया था। इस कारण रीडिंग कैंपेन भी प्रभावित हुआ। अब राज्य शिक्षा परियोजना के परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को फिर से रीडिंग कैंपेन की शुरुआत करने के निर्देश दिया है। कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों में पठन-पाठन कार्य बंद है। ऐसे में अब छात्र-छात्राओं को घरों में रीडिंग कैंपेन में भागीदारी निभाने के निर्देश दिए गए हैं।

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    कोरोना काल में विद्यालय हुए बंद, तो अब घरों में रीडिंग कैंपेन का हिस्सा बनेंगे छात्र, वाट्सएप के माध्यम से छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी पठन-पाठन सामग्री, प्रत्येक सप्ताह राज्य मुख्यालय को देनी होगी रिपोर्ट

    अभियान की सफलता के लिए साप्ताहिक कैलेंडर तैयार किया गया है। जिसके अनुसार छात्र-छात्राएं अब घरों में शिक्षक, माता-पिता, भाई-बहनों या परिवार के अन्य सदस्यों की सहायता से रीङ्क्षडग कैंपेन में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए अब छात्रों और अभिभावकों को वाट््सएप पर सामग्री मुहैया कराई जाएगी। पठन अभियान के लिए अध्ययन सामग्री, स्थानीय भाषा की कहानी आदि दीक्षा और ई लोटस पोर्टल पर उपलब्ध है। इसका प्रयोग करने के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने का निर्देश दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि अभियान की सफलता के लिए अभिभावक, शिक्षक, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की आनलाइन बैठक करने को भी कहा गया है। सभी पदाधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह की गतिविधि से संबंधित प्रतिवेदन गूगल ड्रायव के माध्यम से राज्य कार्यालय को भेजने को कहा गया है।