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    जमुई के इन 182 गांव के एक भी लोग नहीं उठा रहे आयुष्मान योजना का लाभ, जानिए

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Wed, 17 Feb 2021 04:22 PM (IST)

    जमुई जिले में छह प्रखंड के 182 गांव के लाभार्थी आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के आशीर्वाद से वंचित हैं। इन वंचित गांवों में अधिकांश जंगली क्षेत्र के गांव ...और पढ़ें

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    जमुई जिले में छह प्रखंड के 182 गांव के लाभार्थी आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के आशीर्वाद से वंचित हैं।

    जमुई [आशीष कुमार चिंटू]। गरीबों को गोल्डन कार्ड के सहारे स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर आयुष्मान बनाने की केंद्र सरकार की मंशा जिले में शत-प्रतिशत फलीभूत नहीं हो पाई है। जिले में छह प्रखंड के 182 गांव के लाभार्थी आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के आशीर्वाद से वंचित हैं। प्राथमिकी सूची में नाम दर्ज होने के बावजूद अब तक इन्हें कार्ड रुपी स्वास्थ्य सुरक्षा कवच नहीं मिल सका है। इन वंचित गांवों में अधिकांश जंगली क्षेत्र के गांव व टोले शामिल है। आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड की मदद से इलाज के लिए सबलता प्रदान करने को लेकर पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई थी। ङ्क्षकतु जिले में यह निचले स्तर व सुदूर इलाकों में इसका लाभ अभी नहीं पहुंच सका है।

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    2649 परिवार या 13527 लाभार्थी वंचित

    जिले के छह प्रखंड बरहट, चकाई, झाझा, खैरा, सिकंदरा और सोनो के 182 गांव के 2649 परिवार या 13527 लाभार्थी को अब भी कार्ड बनने का इंतजार है। इसमें चकाई के नौवाडीह, घुटवे, पराची, रामङ्क्षसहडीह, झाझा के रजलाकला, खुरंडा, बाराकोल, कानन,बरहट के बेलाटांड, भोरभंडारी, जमुनियाटांड आदि शामिल हैं।

    चकाई प्रखंड से सर्वाधिक व खैरा से सबसे कम वंचित गांव

    वंचित गांव की सूची में सबसे अधिक चकाई प्रखंड के 127 गांव और सबसे कम खैरा प्रखंड के तीन गांव का नाम शामिल है। चकाई के अधिकांश गांव नक्सल प्रभावित और सुदूर जंगली क्षेत्र में अवस्थित है।

    क्या है आयुष्मान कार्ड

    भारत सरकार ने गरीबों के स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड की सुविधा शुरू की। आयुष्मान भारत कार्यक्रम के लिए प्राथमिक सूची का चयन आर्थिक, सामाजिक, जातीय जनगणना 2011 के अनुसार उपलब्ध लाभार्थियों की सूची से करना था। गोल्डन कार्ड धारियों को पांच लाख रुपए तक निशुल्क इलाज की सुविधा मिलती है।

    अभी तक वंचित रहे गांव के लाभार्थी को प्राथमिकता के साथ गोल्डन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। आयुष्मान पखवारा में ऐसे गांवों पर विशेष फोकस करना है। -अवनीश कुमार ङ्क्षसह, डीएम जमुई।

    वंचित लाभार्थियों की संख्या प्रखंडवार

    प्रखंड संख्या

    बरहट 7

    चकाई-----127

    झाझा-----12

    खैरा-----3

    सिकंदरा-----4

    सोनो-------29