अंग प्रदेश की प्राइवेट ट्रेन को खरीदार का इंतजार, भागलपुर-हावड़ा रूट के लिए भी एक ट्रेन प्रस्तावित
भागलपुर-हावड़ा के बीच प्रस्तावित प्राइवेट ट्रेन का रूट भागलपुर-साहिबगंज-रामपुरहाट-हावड़ा है। रूट बेहतर होने के कारण ही रेलवे ने ट्रेन की समय-सारिणी भी जारी कर दी है। लेकिन अब तक इसके लिए कोई खरीदार सामने नहीं आया है। मार्च में ही निविदा खुलने का समय अभी तक कोई सुगबुगाहट नहीं।
भागलपुर [रजनीश]। देश की 109 रूटों पर प्राइवेट ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव है। इसके अंतर्गत भागलपुर-हावड़ा रूट भी है। इस रूट के लिए एक प्राइवेट ट्रेन प्रस्तावित है। इस प्राइवेट ट्रेन के लिए अब तक कोई खरीदार सामने नहीं आया है।
रेलवे ने रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (योग्यता/ अहर्ता) के लिए सितंबर-अक्टूबर तक का ही समय निर्धारित किया था। मार्च 2021 तक निविदा फाइनल करने की डेडलाइन रेलवे के पत्र में है। अभी तक इस मामले में कोई सुगबुगाहट नहीं है। निविदा प्रक्रिया में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ऐसे में प्राइवेट ट्रेन की निविदा विलंब से होने की संभावना दिख रही है। दरअसल, प्राइवेट ट्रेन परिचालन के लिए पूरे देश को 12 क्लस्टरों में बांटा गया है। इसमें हावड़ा जोन को क्लस्टर-छह में शामिल किया गया था। पूर्व रेलवे के अंतर्गत ही भागलपुर आता है। रेलवे ने भागलपुर से हावड़ा के लिए प्राइवेट ट्रेन दी है।
भागलपुर में मेंटेनेंस के लिए लिखा पत्र
प्राइवेट ट्रेन का रखरखाव भी भागलपुर कोचिंग रेलवे यार्ड में होना है। इसके लिए रेलवे कोचिंग निदेशक की ओर से पूर्व रेलवे मुख्यालय को पत्र भी भेजा गया है। इसे लेकर पिट लाइन से संबंधित कई जानकारियां मांगी गई हैं, मसलन इसका विद्युतीकरण आदि है या नहीं। रख-रखाव करने वाले कर्मी और टूल बॉक्स आदि भी निजी होंगे।
रूट पूरी तरह फिट, समय-सारिणी भी हुई जारी
भागलपुर-हावड़ा के बीच प्रस्तावित प्राइवेट ट्रेन का रूट भागलपुर-साहिबगंज-रामपुरहाट-हावड़ा है। रूट बेहतर होने के कारण ही रेलवे ने ट्रेन की समय-सारिणी भी जारी कर दी है। रेलवे ने इस रूट को बेहतर मानते हुए भागलपुर से हावड़ा की 419 किमी की दूरी तय करने में महज 7.40 घंटे का समय निर्धारित किया है। रूट फिजिविलिटी (रूट क्लीयर) के बाद ही इसका भागलपुर से चलने का सुबह 6.25 बजे और हावड़ा पहुंचने का दोपहर 2.05 बजे तय किया गया है। वापसी में हावड़ा से दिन के 2.35 बजे चलने और रात 10.10 बजे भागलपुर पहुंचने का समय दिया गया है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेन के लिए अर्हता का बैकग्राउंड देखा जाएगा। इसके बाद ही ट्रेन एलॉट करने की प्रक्रिया होगी। लॉकडाउन के बाद अभी ट्रेनों का परिचालन सामान्य नहीं हुआ है। इस कारण इस ट्रेन की निविदा को लेकर अभी तक किसी की दिलचस्पी नहीं दिखी है।