Uri Encounter: भारत-पाक सीमा पर गोलीबारी में बिहार का लाल बलिदान... भागलपुर के नवगछिया के रहने वाले अंकित यादव ने दिया मुंहतोड़ जवाब
Army Jawan killed in Uri बिहार के भागलपुर के नवगछिया के लाल भारतीय सेना के जवान अंकित कुमार यादव भारत पाक सीमा पर जम्मू कश्मीर के उड़ी में आतंकवादियों से लड़ते हुए बलिदान हो गए। जवाबी कार्रवाई में पाक के बैट सदस्य के भी मारे जाने की आशंका है। सेना का बलिदानी जवान अंकित कुमार बारामुला में तैनात थे।

संवाद सूत्र, नवगछिया, भागलपुर। Army Jawan killed in Uri भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल के रंगरा थाना क्षेत्र के चापर गांव निवासी अंकित कुमार यादव कश्मीर के उड़ी में आतंकवादियों से लड़ते हुए बलिदान हो गए। बलीदानी जम्मू-कश्मीर में अग्रिम पोस्ट पर तैनात थे। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान वीर सपूत अंकित यादव उर्फ धीरज ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की। उनकी शहादत की खबर पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। हर आंख नम हो उठी और माहौल गमगीन हो गया।
बलिदानी अंकित यादव, पिता लक्ष्मी यादव और माता सविता देवी के इकलौता पुत्र थे। बचपन से ही उनका सपना था कि वे देश की सेवा करें। सेना में भर्ती होकर उन्होंने अपने सपने को पूरा किया और अब अपने बलिदान से वे अमर हो गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे एक बहादुर सिपाही थे, साथ ही बेहद सरल और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति भी थे।
उनकी शहादत पर पूरा नवगछिया अनुमंडल भागलपुर जिला भी गर्व महसूस कर रहा है। गांव में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं, वहीं प्रशासन द्वारा पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। इधर, बाढ़ की विभिषिका से पूरा चापर गांव जलमग्न है। यहां ग्रामीण अपने लाल की विदाई के लिए तैयार हैं।
उड़ी में एलओसी पर मिली वीरगति
उत्तरी कश्मीर के उड़ी (बारामुला) सेक्टर में एलओसी पर बुधवार तड़के सेना के सतर्क जवानों ने पाकिस्तानी सेना के बैट दस्ते (बार्डर एक्शन टीम) के एक हमले को विफल कर दिया। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद बैट दस्ते को जान बचाते हुए भागना पड़ा। इस दौरान दोनों तरफ से गोलीबारी में सेना का एक जवान वीरगति को प्राप्त हो गया। बलिदानी जवान अंकित कुमार बिहार के रहने वाले हैं।
सूत्रों ने बताया कि एलओसी पर एक जगह बड़ी मात्रा में खून बिखरा पड़ा है और किसी को घसीट कर एलओसी के पार ले जाने के निशान मिले हैं। इसके आधार पर कहा जा रहा है कि बैट दस्ते का कोई सदस्य मारा गया या घायल है। वहीं, सेना के जवानों ने मुठभेड़स्थल के साथ सटे इलाकों में बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चला रखा है। इस बीच, सेना ने पूरे उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर सतर्कता बढ़ाते हुए सभी फील्ड कमांडरों को दुश्मन के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा है।
जानकारी के अनुसार, उड़ी सेक्टर में चुरुंडा गांव से आगे एलओसी पर तड़के जवानों ने गुलाम जम्मू-कश्मीर की तरफ से स्वचालित हथियारों से लैस छह से सात घुसपैठियों को भारतीय क्षेत्र की तरफ आते देखा। यह दस्ता भारतीय सेना की टिक्का चौकी की तरफ बढ़ा तो जवानों ने तुरंत पोजीशन ली और संबंधित चौकी कमांडर को सूचित किया। जवानों ने घुसपैठियों को ललकारते हुए रुकने की चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने फायर कर दिया। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। दोनों तरफ से लगभग एक घंटे भीषण गोलीबारी हुई। भारतीय सेना को हावी होता देख घुसपैठिये वापस भाग निकले। गोलीबारी में एक जवान बलिदान हो गया।
बैट दस्ते में आतंकी भी होते हैं शामिल
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि जिस तरीके से चौकी पर हमला करने का प्रयास हुआ, वह साधारण घुसपैठिए या आतंकी नहीं थे बल्कि पाकिस्तानी सेना का बैट दस्ता था। पाकिस्तानी सेना अपने बैट दस्तों में आतंकियों को भी शामिल करती है।
सीमांत लोगों को सतर्क करने की सलाह
अधिकारियों ने बताया कि उड़ी सेक्टर में चुरुंडा और उससे सटे इलाकों में सेना ने पाकिस्तानी सेना की बैट कार्रवाई के दौरान आतंकियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए तलाशी अभियान चला रखा है। सेना ने अग्रिम गांवों में बसे लोगों को सचेत किया है कि अगर वह अपने घर या गांव के आसपास किसी संदिग्ध को देखते हैं तो तुरंत निकटवर्ती चौकी में सूचित करें।
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