PM Modi ने चुनावी पिच पर फिर मारा छक्का... बिहार को एक झटके में दिए 7,616 करोड़ रुपये के 2 मेगा प्रोजेक्ट, झारखंड और बंगाल भी बमबम
Good News for Bihar - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले बिहार को बडा तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने बिहार के लिए 7616 करोड़ के रेल और रोड प्रोजेक्टों को मंजूरी दी है। यह परियोजनाएं कनेक्टिविटी के साथ रोजगार और औद्योगिक निवेश को भी नई दिशा देंगी। इनमें एक बिहार झारखंड और बंगाल को जोड़नेवाले रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण है जबकि दूसरी हाई-स्पीड हाईवे परियोजना।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। Good News for Bihar बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले केंद्र सरकार ने राज्य को दो बड़ी आधारभूत संरचना परियोजनाओं का तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में 7,616 करोड़ रुपये की दो अहम योजनाओं को मंजूरी दी गई। इनमें एक परियोजना बिहार, झारखंड और बंगाल को जोड़ने वाले रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण है, जबकि दूसरी हाई-स्पीड हाईवे परियोजना, जोकि पूर्वी बिहार की औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को गति प्रदान करेगी।
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक हैं। ऐसे में राज्य को मिली 7,616 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को राजनीतिक नजरिए से भी देखा जा रहा है। रेल एवं सड़क दोनों योजनाएं न सिर्फ रोजमर्रा की कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी बल्कि रोजगार, औद्योगिक निवेश और धार्मिक पर्यटन को भी नई दिशा देंगी। इनसे प्रधानमंत्री मोदी के गति शक्ति मास्टर प्लान और आत्मनिर्भर भारत के सोच के साथ चुनावी मैदान में विकास बनाम वादों की बहस को भी मजबूती मिलेगी।
भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट रेल लाइन का होगा दोहरीकरण
कैबिनेट ने 3,169 करोड़ रुपये की लागत से 177 किलोमीटर लंबी भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट सिंगल रेलवे लाइन के दोहरीकरण को मंजूरी दी है। इस परियोजना के तहत परिचालन में आसानी होगी, भीड़भाड़ कम होगी और 15 मिलियन टन अतिरिक्त माल ढुलाई संभव होगी। यह परियोजना बिहार के बांका के साथ झारखंड के गोड्डा और दुमका जैसे आकांक्षी जिलों को सीधा लाभ पहुंचाएगी। इसके अलावा, देवघर (बाबा बैद्यनाथ धाम) और तारापीठ जैसे धार्मिक स्थलों के साथ-साथ 441 गांवों और लगभग 29 लाख की आबादी को बेहतर रेल संपर्क मिलेगा। कोयला, सीमेंट, उर्वरक, ईंट और पत्थर जैसी वस्तुओं की ढुलाई के लिए यह मार्ग रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। पर्यावरणीय दृष्टि से भी यह परियोजना लाभकारी होगी, क्योंकि इससे पांच करोड़ लीटर ईंधन की बचत और 24 करोड़ किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
मोकामा-मुंगेर हाईवे फोर लेना होगा
सड़क क्षेत्र में बक्सर-भागलपुर हाई-स्पीड कारिडोर के 82.4 किलोमीटर लंबे मोकामा-मुंगेर खंड को फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सेस-कंट्रोल्ड हाईवे के रूप में मंजूरी दी गई है। यह परियोजना हाइब्रिड एन्युइटी मोड पर 4,447.38 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी। यह परियोजना अगले तीन वर्षों में पूरी होगी। मोकामा, बड़हिया, लखीसराय, जमालपुर और मुंगेर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला यह हाईवे बिहार के उभरते औद्योगिक परिदृश्य को नई रफ्तार देगा। रक्षा मंत्रालय के आयुध कारखाने, जमालपुर वर्कशाप, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और भागलपुरी सिल्क जैसी औद्योगिक गतिविधियों से जुड़े इस क्षेत्र में हाईवे बनने से निवेश और व्यापार को नया बल मिलेगा। इस कारिडोर पर वाहनों की औसत गति 80 किमी प्रतिघंटा होगी, जिससे यात्रा का समय डेढ़ घंटे तक घटेगा। साथ ही, इससे 14.83 लाख मानव-दिवस का प्रत्यक्ष और 18.46 लाख मानव-दिवस का अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होगा।
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