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    मुंगेरिया हथियार कारीगरों ने दुमका में बनाया नया ठिकाना, बढ़ा रहे नक्सलियों का जखीरा

    By Kaushal Kishore MishraEdited By: Shivam Bajpai
    Updated: Tue, 04 Oct 2022 01:03 PM (IST)

    26 सितंबर को भागलपुर में गिरफ्तार शीबू ने एसटीएफ को दी थी ठिकाने की जानकारी। तीन शातिर की मिनी गन फैक्ट्री चलाते हुए धराए गए थे। एसटीएफ से मिले इनपुट के मुताबिक दुमका मेड इन मुंगेर की बंदूक बनाने वाले कारीगरों का नया ठिकाना है।

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    मेड इन मुंगेर हथियार बनाने वालों का नया ठिकाना

    कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर : मुंगेर के हथियार कारीगरों को वहां के जरायम पेशेवरों ने मुंगेरिया हथियारों को बड़ा बाजार देने के लिए झारखंड के दुमका में नया ठिकाना बना रखा है। जहां से गुपचुप तरीके से नक्सलियों के हथियारों के जखीरे में इजाफा कर रहे हैं। बताया जा रहा कि उन्हें बंदूक, राइफल, कारबाइन, पिस्टल, लोकल मेड एके-47 तक की आपूर्ति के लिए रणनीति के तहत ऐसा किया है। इसके पीछे एसटीएफ कि आंखों में धूल झोंकना भी है।

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    मुंगेरिया हथियार कारीगर जंगल क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों के हिरावल दस्ते के हथियारों की मरम्मत और पुलिस, अर्धसैनिक बलों से लूटे गए इंसास समेत अन्य स्वचालित हथियारों की लोकल मेड भी तैयार कर उन्हें आपूर्ति करते है। तफ्तीश में यह बात सामने आई है। मुंगेर के बरदह, सफिया सराय, हैरू दियारा समेत अन्य जगहों में दर्जनों चलने वाले मिनी गन फैक्ट्री पर मुंगेर पुलिस और एसटीएफ आदि की लगातार दबिश से कारीगरों ने ठिकाना बदल लिया हैं।

    दुमका के शिकारीपाड़ा इलाके में मिली बड़ी सफलता 26 सितंबर 2021 को भागलपुर में पकड़े गए मुंगेरिया हथियार तस्कर शीबू कुमार की सटीक सूचना से सम्भवा हो सकी थी। भागलपुर के बाइपास थानाक्षेत्र में 26 सितंबर को गिरफ्तार मुंगेर मुफस्सिल थानाक्षेत्र निवासी शीबू ने दुमका में संचालित नए ठिकाने की सटीक जानकारी दी थी। उसी जानकारी की सत्यता एसटीएफ ने सत्यता जांच करते हुए तेजी से कार्रवाई की तो सफलता हाथ लगी।

    नक्सल प्रभावित इलाकों में और कई मिनी गन फैक्ट्री संचालित

    मुंगेरिया हथियारों के कारीगर अच्छी तादाद में दुमका और आसपास के नक्सल प्रभावित इलाके में माओवादी कमांडरों के संरक्षण में ठिकाना बना रखे हैं। वहां बड़े पैमाने पर मिनी गन फैक्ट्री का संचालन कर हथियारों का निर्माण कराया जा रहा है।

    पाकुड़ एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या में शामिल 10 लाख का इनामी नक्सली सुधीर कुमार से मुंगेरिया हथियार निर्माण करने वाले कारीगरों से बेहतर रिश्ते होने की बात पूर्व में सामने आ चुकी है। हार्डकोर नक्सली कमांडर ताला दा के मारे जाने के बाद सुधीर किस्कू गुट संताल परगना में दबदबा कायम कर रखा है। एसटीएफ़ सूत्रों की माने तो इसी गुट के जरिए शिकारीपाड़ा, काठीकुंड, पत्ताबाड़ी आदि इलाके में हथियार कारीगरों ने सक्रियता बना रखा है।

    एसटीएफ की टीम ने दो दर्जन से अधिक अर्धनिर्मित हथियार और अन्य सामग्री मसानजोर मार्ग शिकारीपाड़ा थानाक्षेत्र में बरामद कर मिनी गन फैक्ट्री का जो भंडाफोड़ किया उसके तार भी मुंगेर से जुड़े हैं। भागलपुर में 26 सितंबर को हथियारों के साथ गिरफ्तार मुंगेर के तस्कर शीबू कुमार के पास बरामद मोबाइल से ही एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की थी।