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    Munger News: चेकडैम बनने से सिंचाई की समस्‍या होगी दूर, मणि, महाने ओर उभ्भी नदी के पानी का होगा उपयोग

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Sun, 13 Mar 2022 11:15 PM (IST)

    Munger News चेकडैम के निर्माण हो जाने से मुंगेर के किसानों की समस्‍या दूर होगी। मणि महाने और उभ्‍भी नदी के पानी का उपयोग किसान सिंचाई के लिए कर सकेंगे ...और पढ़ें

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    Munger News: चेकडैम के निर्माण हो जाने से मुंगेर के किसानों की समस्‍या दूर होगी।

    संवाद सूत्र बरियारपुर (मुंगेर)। बरियारपुर प्रखंड होकर ही तीन नदियां मणि, महाने व उभ्भी गुजरती है। सभी नदियां गंगा मिलती है। उचित प्रबंधन नहीं होने से किसानों को हर वर्ष बाढ़ का दंश झेलना पड़ता है। नदियों के पानी किसानों के किसी काम नहीं है। उभ्भी नदी ऋषि कुंड की पहाड़ियों से निकलती है तथा रतनपुर पंचायत के साथ-साथ खड़गपुर प्रखंड के दो पंचायतों से होकर बहती है।

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    -चेकडैम बनने के बाद ही खुशहाल होंगे किसान, -20 हजार हेक्टेयर खेतों में सिंचाई के लिए मिलेगा पानी

    मणि तथा महाने नदी करहरिया चौड़ होकर गुजरती है। क्षेत्र में सिंचाई सुविधा नहीं रहने के कारण किसानों को साल में सिर्फ एक फसल पर निर्भर रहना पड़ता है। किसान उपजाऊ जमीन रहने के बाद भी इनकी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। चौड़ क्षेत्र से कई नदियों के गुजरने के बाद भी खेतों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। किसान बाढ़ के समय गड्ढों में जमे पानी से किसी प्रकार गेहूं और सरसों का एकबार सिंचाई कर लेते हैं, लेकिन इसके बाद किसानों को पटवन के लिए काफी परेशानी होती है। दरअसल, चौड़ क्षेत्र से होकर उभ्भी, मणि,महाने तथा जलकुंड जलाशय का पानी निकला है।

    इन नदियों का जल क्षेत्र के लगभग 20 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि होकर गुजरती है।बाढ़ के दिनों में फसलों को डूबाने में यह नदी सहायक होती है लेकिन सिंचाई के उपयोग में इस जल का उपयोग नहीं हो पाता है। खड़िया में चेक डैम निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद क्षेत्र के तीन पंचायतों के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। पड़िया, नीरपुर, रतनपुर, बरियारपुर दक्षिणी, बरियारपुर उत्तरी पंचायत के किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंचेगा। किसान संजय चौधरी, मुकेश यादव, मनोज कुमार, मार्शल सहित अन्य का कहना है कि अगर ऋषि कुंड के जल को संचित कर सिंचाई की व्यवस्था की जाए तो खेती में काफी फायदा पहुंचेगा।