Updated: Mon, 08 Sep 2025 12:18 PM (IST)
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ हुआ। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा। जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए उन्होंने निःशुल्क आवेदन भरने और बिचौलियों से सावधान रहने की बात कही। ग्राम संगठन आवेदन भरने में मदद करेंगे। यह योजना महिलाओं को स्वरोजगार का अवसर देगी और आर्थिक प्रगति में योगदान करेगी। पहली किश्त के रूप में दस हजार रुपये की सहायता राशि मिलेगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और उन्हें उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ रविवार को हो गया। समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में भी लाइव प्रसारण किया गया, जिससे जिले की जीविका दीदियों ने लाइव प्रसारण देखा।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिलाधिकारी ने उपस्थित जीविका दीदियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी पात्र महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा। सभी महिलाएं, जो जीविका स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं, वे अपने-अपने समूह एवं ग्राम संगठनों के माध्यम से अगले दो दिनों तक अपना आवेदन प्रपत्र भरेंगे। इसके लिए जीविका के सभी ग्राम संगठनों में आवश्यक तैयारियां कर ली गई है।
उन्होंने वहां उपस्थित जीविका दीदियों को कहा कि यह बिल्कुल निःशुल्क आवेदन होगा। जीविका ग्राम संगठन स्तर पर ही आवेदन प्रपत्र उपलब्ध रहेगा, जो एक समूह की सभी सदस्यों के लिए एक प्रपत्र होगा। इसके लिए किसी को भी कोई पैसा देने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को बिचौलिये से सावधान रहना होगा। इस योजना के बारे में यदि कोई भ्रमित करने का प्रयास करे तो ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल शिकायत दर्ज कराएं।
जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से संबंधित 250 जागरूकता रथ को भी रवाना किया। समीक्षा भवन में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चैधरी, जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन कुमार, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी जतिन कुमार, डीआरडीए के निदेशक और जीविका के डीपीएम उपस्थित रहे।
ग्राम संगठन स्तर पर गठित टीम प्रपत्र भरने में करेगी मदद
जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम संगठन स्तर पर टीम का गठन किया गया है, जिससे समूह की महिलाओं को आवेदन प्रपत्र भरने में दिक्कत न हो। आवेदन प्रपत्र के साथ आधार का फोटो प्रति और बैंक खाते का पासबुक की फोटो प्रति देनी होगी। इस योजना से ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार का नया अवसर मिलेगा और जिले की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
उन्होंने जीविका दीदियों से कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत पहली किश्त के रूप में प्राप्त होने वाले दस हजार रुपये की सहायता राशि से अपने लिए किसी न किसी स्वरोजगार की शुरुआत जरूर करें। छह माह के मूल्यांकन के उपरांत उन्हें अतिरिक्त सहायता राशि दी जा सकती है। इस कदम से परिवार की आमदनी बढ़ेगी।
इस योजना के अंतर्गत जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़े प्रत्येक परिवार की एक महिला सदस्य को 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इस राशि से महिलाएं स्वरोजगार की शुरुआत कर सकेंगी और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत बना पाएंगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।