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    Bihar News: 'ग्रंथ के प्रमाण भ्रमित हो सकते हैं, संत के नहीं', भागलपुर में सनातन पर खूब बोले मोहन भागवत

    Bihar News मोहन भागवत ने कहा कि फिल्म में कुछ अच्छी बातें होती हैं तो कुछ खराब बातें। फिल्म से हर किसी को 10 अच्छी बातें ग्रहण करनी चाहिए। फिल्म मनोरंजन के लिए जरूर है लेकिन हमें उसकी अच्छाई ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं संत नहीं बन सकता लेकिन उस ओर दस कदम आगे जरूर चल सकता हूं।

    By Jagran NewsEdited By: Sanjeev KumarUpdated: Sat, 23 Dec 2023 08:12 AM (IST)
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    भागलपुर में मोहन भागवत ने सनातन पर दिया ज्ञान (जागरण)

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने कहा कि ग्रंथ के प्रमाण से लोग भले ही भ्रमित हो सकते हैं, लेकिन संत तो प्रमाणित हैं। मनुष्य जीवन कैसे जिया जाए, इसके लिए संत प्रमाण हैं। ग्रंथ बहुत हैं, उनसे ज्ञान मिलता है।

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    ज्ञान को बुद्धि से हृदय में उतारने का काम संत करते हैं। संत सारी दुनिया को उन्नत करते हैं। सृष्टि, मानवता, कुटुंब को जोड़कर चलाने की बात को धर्म कहते हैं। इसे ही सनातन धर्म कहते हैं।

    शुक्रवार को परमहंस महर्षि मेंहीं के जीवन पर आधारित फीचर फिल्म मेंहीं एक विचार, एक व्यक्तित्व के आउटलुक के प्रदर्शन के मौके पर संघ प्रमुख ने कहा कि फिल्मों को देखने का लोगों का अपना-अपना नजरिया होता है।

    फिल्म से हर किसी को 10 अच्छी बातें ग्रहण करनी चाहिए: मोहन भागवत

    मोहन भागवत ने कहा कि फिल्म में कुछ अच्छी बातें होती हैं तो कुछ खराब बातें। फिल्म से हर किसी को 10 अच्छी बातें ग्रहण करनी चाहिए। फिल्म मनोरंजन के लिए जरूर है, लेकिन हमें उसकी अच्छाई ग्रहण करना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि मैं संत नहीं बन सकता, लेकिन उस ओर दस कदम जरूर चल सकता हूं। ऐसा करने से किसी न किसी जन्म में संत बना जा सकता है। सभी लोग ऐसा सोचेंगे तो धरती स्वर्ग बन जाएगी। सामान्य लोग बड़े लोग जैसा करते हैं, वैसे ही चलते हैं।

    बड़े लोग वे हैं, जो धर्म के तत्व को नित्य अनुभूत करके चलते हैं: मोहन भागवत

    बड़े लोग वे हैं, जो धर्म के तत्व को नित्य अनुभूत करके चलते हैं। धर्म सत्य है। सत्य प्रकाशवान है। सत्य के निरंतर संपर्क में रहने वाले संत होते हैं। संत प्रमाण हैं। भारत में सभी समय संत उपलब्ध रहे हैं। दुनिया को जीवन की शिक्षा देना भारत का कर्तव्य व धर्म है।

    इसके पूर्व संघ प्रमुख महर्षि मेंहीं आश्रम से जुड़े 20 साधु-संतों के साथ बैठक की। ये साधु-संत विभिन्न जिलों व प्रांतों में धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उन्होंने साधु-संतों के बीच सनातन धर्म को निरंतर आगे बढ़ाने की अपील की।

    सनातन धर्म को आगे बढ़ाने का काम करें: मोहन भागवत

    भागवत ने कहा कि वे जहां भी धर्म के प्रचार में लगे हैं, वहीं सनातन धर्म को निरंतर आगे बढ़ाने का काम करें। संघ प्रमुख सुबह नौ बजकर 26 मिनट पर आश्रम पहुंचे। आश्रम पहुंचने के बाद आचार्य हरिनंदन बाबा से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।

    इसके बाद वे गुरु आश्रम पहुंचे। यहां के बाद वे साघु-संतों के साथ बैठक की। बैठक के कुछ देर बाद उन्होंने भोजन किया और विश्राम किया। तीन बजे वे महर्षि मेंहीं व महर्षि संतसेवी के समाधि स्थल पर पहुंचे और माल्यार्पण किया। इसके बाद वे फिल्म का टीजर जारी किया। वे दोपहर 3:22 बजे पटना के लिए सड़क मार्ग से निकल गए।

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