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    मोदी सरकार की सौगात: मोकामा-मुंगेर सड़क होगी फोरलेन, भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट तक डबल बनेगी रेल लाइन

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 06:48 PM (IST)

    केंद्र सरकार ने भागलपुर के लिए दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी है। मोकामा से मुंगेर तक सड़क को चौड़ा किया जाएगा और भागलपुर से दुमका होते हुए रामपुरहाट तक रेल लाइन पर दूसरा ट्रैक बनेगा। इन प्रोजेक्टों पर कुल 7616 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन परियोजनाओं से सड़क और रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी जिससे व्यापार और यात्रा सुगम होगी। स्थानीय लोगों को विकास की नई उम्मीद है।

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    सड़क से रेल तक, भागलपुर को विकास की नई पटरी

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। केंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक में बुधवार को भागलपुर और आसपास के जिलों के लिए दो अहम परियोजनाओं को हरी झंडी मिली। एक ओर मोकामा से मुंगेर तक का रास्ता चौड़ा किया जाएगा, वहीं दूसरी ओर भागलपुर से दुमका होते हुए रामपुरहाट तक रेल लाइन पर दूसरा ट्रैक बनाया जाएगा।

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    दोनों प्रोजेक्ट पर कुल 7,616 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन फैसलों को लेकर इलाके में उत्साह है और लोगों को उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भागलपुर की सड़क और रेल कनेक्टिविटी बिल्कुल नई शक्ल लेगी।

    मोकामा-मुंगेर सेक्शन फिलहाल दो लेन का है। इस हिस्से पर आए दिन लंबा जाम लगता है और भारी वाहनों के दबाव में सफर करना मुश्किल हो जाता है। अब इसे चार लेन में बदला जाएगा। करीब 82 किलोमीटर लंबे इस हिस्से के बनने से पटना, मुंगेर और भागलपुर के बीच सफर आसान और तेज होगा।

    सड़क चौड़ी होने के बाद गाड़ियों की औसत रफ्तार बढ़ जाएगी और यात्रा का समय लगभग एक घंटा घट जाएगा। स्थानीय लोगों का मानना है कि सड़क पूरी होने पर ट्रकों और बसों की भीड़ का दबाव कम होगा और छोटे वाहनों के लिए सफर और सुरक्षित हो जाएगा।

    रेलवे की ओर से भी बड़ा कदम उठाया गया है। भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट रेल लाइन का डबलिंग अब जल्द शुरू होगा। यह लाइन 177 किलोमीटर लंबी है और अभी केवल सिंगल ट्रैक पर चलती है। ऐसे में ट्रेनों की संख्या सीमित रहती है और जरा सा दबाव बढ़ते ही घंटों की देरी हो जाती है।

    अब इस लाइन पर दूसरा ट्रैक बनने से यात्री गाड़ियों की रफ्तार बढ़ेगी और मालगाड़ियों की संख्या भी ज्यादा हो सकेगी। अनुमान है कि हर साल करीब 15 मिलियन टन अतिरिक्त माल, जिसमें कोयला, सीमेंट, खाद और पत्थर जैसी चीजें शामिल हैं, इसी लाइन से ढोई जा सकेंगी।

    इस रेल लाइन से भागलपुर और बांका जिले के साथ-साथ झारखंड के गोड्डा और दुमका और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले को भी फायदा होगा। इसके अलावा धार्मिक महत्व के स्थल देवघर और तारापीठ तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा।

    स्थानीय युवाओं का मानना है कि रेल डबलिंग से यात्रा सुगम होने के साथ-साथ रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे, क्योंकि मालगाड़ियों की संख्या बढ़ने से कारोबार में तेजी आएगी और नए निवेश की संभावना बनेगी।

    व्यापारी वर्ग ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि सड़क और रेल, दोनों परियोजनाएं पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बदलने की क्षमता रखती हैं। पटना और कोलकाता जैसे बड़े शहरों तक आसान कनेक्टिविटी मिलने से व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। वहीं, ग्रामीण इलाकों के लोग भी इसका लाभ उठाएंगे।

    इलाके के लोग अब इन कामों के जल्द शुरू होने और तय समय पर पूरे होने की उम्मीद जता रहे हैं। उनका कहना है कि अगर परियोजनाएं योजना के अनुसार पूरी हो गईं तो भागलपुर और आसपास का इलाका विकास की नई रफ्तार पकड़ लेगा।