Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नीतीश सरकार का बड़ा फैसला... बिहार के सरकारी स्कूलों में अब चेहरा देख कर ही बनेगी छात्र-गुरुजी की हाजिरी

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 10:24 PM (IST)

    Bihar News Today बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने सरकारी स्कूलों पर बड़ा फैसला किया है। यहां शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए फेस रिकग्निशन से हाजिरी लगेगी। नई व्यवस्था अगस्त के अंतिम सप्ताह से लागू होगी। मुख्यालय ने इसकी तैयारी करते हुए जिले में 4304 टैब का वितरण किया है।

    Hero Image
    Bihar News Today: बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की फेस रिकग्निशन से हाजिरी लगेगी।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur News अब जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा। समग्र शिक्षा अभियान के तहत अगस्त के अंतिम सप्ताह से बच्चों की हाजिरी उनके चेहरों की पहचान से लगेगी। इसके लिए स्कूलों को टैब उपलब्ध करा दिए गए हैं। उसमें मुख्यालय स्तर से फेस रिकग्निशन तकनीक से युक्त साफ्टवेयर भी अपडेट किया जाएगा, इसको लेकर मुख्यालय स्तर से तैयारी शुरू कर दी गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अगस्त के पहले सप्ताह से इसको लेकर प्रशिक्षण का काम राज्य स्तर पर शुरू किया जाएगा। स्कूलों के प्रधानाध्यापक और एक अन्य नामित शिक्षक को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। फेस रिकग्निशन आधारित व्यवस्था में स्कूल की शुरुआत और अंत में बच्चों की उपस्थिति की तस्वीर ली जाएगी। इन दोनों तस्वीरों का मिलान कर यह पता चलेगा कि कौन-कौन से बच्चे बीच में स्कूल छोड़कर चले गए।

    इस नई व्यवस्था से फर्जी उपस्थिति दर्ज कर एमडीएम योजना का दुरुपयोग रोकने में भी मदद मिलेगी। साथ ही सरकार की योजनाओं का लाभ केवल नियमित आने वाले बच्चों को ही मिलेगा। इससे शिक्षा व्यवस्था पारदर्शी और प्रभावी बन सकेगी। विभाग द्वारा इसी माध्यम से शिक्षकों की भी उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी में है।

    विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ई शिक्षाकोष एप में भी फेस रिकाग्निशन सुविधा शुरू की जाएगी। वहीं आपको बता दें कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से जिले के नगर निगम सहित 17 प्रखंडों के लिए कुल 4304 टैब आवंटित किए गए थे, जिनका वितरण भी कर दिया गया है।

    अब इन टैबलेट के आईईएमाई नंबर को स्कूल के साथ-साथ ई-शिक्षा कोष पर अपलोड किया जा रहा है, ताकि मुख्यालय से इनकी निगरानी सुनिश्चित हो सके। जिले में कहलगांव को सबसे अधिक 469 टैब, पीरपैंती को 450 टैब, रंगरा चौक को 118 टैब और सबसे कम इस्माइलपुर को 88 टैब मिले हैं।