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    Bihar New Rail Line: अब भू-अर्जन के पेंच में फंसी पीरपैंती-गोड्डा नई रेललाइन, किसानों ने जमीन देने से किया इनकार

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 03:21 PM (IST)

    भागलपुर में गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन परियोजना भूमि अधिग्रहण में अटकी है। पीरपैंती के किसान उपजाऊ जमीन देने को तैयार नहीं हैं, जिससे रेलवे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। किसान मुआवजे की रकम मिलने के बावजूद जमीन देने को राजी नहीं हैं और अलाइनमेंट बदलने की मांग कर रहे हैं। 

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    भू-अर्जन के पेंच में फंसी गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन परियोजना। (जागरण)

    आलोक कुमार मिश्रा, भागलपुर। 57 किलोमीटर गोड्डा-पीरपैंती नई रेललाइन बिछाने की योजना पर फिलहाल जमीन अधिग्रहण का ग्रहण लग गया है।

    दरअसल, पीरपैंती इलाके में नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए भू-स्वामी उपजाऊ जमीन देने के लिए तैयार ही नहीं हैं। भू-स्वामियों के विरोध ने रेलवे अधिकारियों की समस्याएं बढ़ा दी हैं।

    मालूम हो कि गोड्डा से महगामा तक 26 किमी, महगामा से मेहरमा तक 21 और मेहरमा से पीरपैंती तक 10 किलोमीटर रेललाइन बिछेगी। पहले फेज में गोड्डा से महगामा और दूसरे फेज में महगामा से मेहरमा पीरपैंती के बीच रेललाइन बिछाने का काम होगा।

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    भू-अर्जन पर 282 करोड़ रुपये खर्च आएगा। जिसमें पीरपैंती से मेहरमा तक पीरपैंती के पांच मौजा मझरोही, परसबन्ना, फरीदपुर, रिफातपुर व प्यालापुर में जमीन का अधिग्रहण होगा। जिस पर 42 करोड़ रुपये रैयतों को मुआवजा राशि का भुगतान होगा।

    इस बीच पीरपैंती के कई लोगों ने उपजाऊ जमीन होने की बात करते हुए अपनी जमीन देने से इनकार कर दिया है। विरोध करने वाले भू-स्वामियों का कहना है कि वे अपनी जमीन नहीं देंगे। नई रेललाइन के अलायमेंट में बदलाव कर लें। विरोध के कारण भू-अर्जन की कार्रवाई को रोक दी गई है।

    अलायमेंट में बदलाव संभव नहीं

    रेलवे अधिकारियों का कहना है कि 60 प्रतिशत से अधिक भू-अर्जन की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। इसके बाद यह समस्या खड़ी हो गई। अलायमेंट में बदलाव संभव नहीं है। लोग जहां रेललाइन बिछाने की बात कर रहे हैं वह कोल फील्ड एरिया है। इसलिए उस इलाके में रेललाइन नहीं बिछाई जा सकती है।

    गोड्डा से महगामा तक भू-अर्जन की कार्रवाई हो गई है। टेंडर हो चुका है। एजेंसी के चयन के लिए चार नवंबर को निविदा खोली जाएगी। इस योजना के पूरी होने पर भागलपुर से ट्रेन संचालन के लिए तीसरा रूट तैयार हो जाएगा।

    बाढ़, दुर्घटना या अन्य आकस्मिक परिस्थिति में इस रूट पर ट्रेनों को डायवर्ट कर परिचालन किया जा सकेगा। इससे आकस्मिक परिस्थिति में ट्रेनों के परिचालन पर असर नहीं पड़ेगा। गोड्डा-पीरपैंती रेललाइन बनने से ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी। रेललाइनों का जाल बिछने से यात्री सुविधा बढ़ेगी।

    भू-स्वामियों से चल रही बात, निकलेगा हल : एडीआरएम

    मालदा मंडल के एडीआरएम शिव प्रसाद कुमार ने कहा कि पीरपैंती क्षेत्र में उपजाऊ जमीन नहीं देने का भू-स्वामी विरोध कर रहे हैं। इन भू-स्वामियों से बात चल रही है। जल्द ही समाधान हो जाएगा। अलायमेंट बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गोड्डा से महगामा के बीच बिछने वाली रेललाइन के लिए चार नवंबर को टेंडर खोला जाएगा।

    दिसंबर में कार्य शुरू करने की योजना पर काम किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि सुल्तानगंज-कटोरिया नई रेललाइन का सर्वे चल रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू होगी।