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    जानिए बिहार के लिटीगेशन फ्री विलेज के बारे में... जहां आज तक नहीं पहुंची पुलिस, स्वच्छता में भी पेश कर रहा मिसाल

    बिहार के मधेपुरा में दो ऐसे भी गांव हैं जहां आज तक कभी पुलिस नहीं पहुंची हैै। इस गांव में होने वाले हर तरह के विवाद को गांव वाले ही निपटा लेते हैं। इतना ही नहीं गांव के लोग साफ-सफााई को लेकर भी उतना ही सजग हैं।

    By Abhishek KumarEdited By: Updated: Thu, 18 Mar 2021 10:40 AM (IST)
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    लिटीगेशन फ्री विलेज घोषित करने के बाद गांव पहुंचे एसडीओ व अन्‍य अधिकारी। जागरण।

     जागरण संवाददाता, मधेपुरा। छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद करने वाले लोगों को जिले का दो गांव बड़ी सीख दे रहा है। घैलाढ़ प्रखंड का श्रीनगर पंचायत अन्तर्गत ध्रुवपट्टी व चौसा प्रखंड के अरजपुर गांव पूर्ण रूपेण विवाद रहित है। यहां का एक भी विवाद न तो थाना पहुंचा है और नहीं ही कोर्ट। गांव विकास की ओर अग्रसर है। गांव की गलियां साफ-सुथरा है। गांव में अगर छोटा-मोटा विवाद भी होता है तो गांव के बुर्जुग मिलजुलकर हल निकाल लेते हैं। यहां तक कि सरपंच व मुखिया भी गांव के किसी विवाद में पंचायत के लिए नहीं पहुंचे हैं।

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    फलाफल जिला प्रशासन ने दोनों गांव को लिटीगेशन फ्री घोषित किया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि मधेपुरा जिला का ध्रुवपट्टी व अरजपुर ऐसा है जहां कोई केस मुकदमा नहीं है। यह गर्व की बात है। यहां के युवा अपने-अपने कामकाज में लगे रहते हैं। विद्यार्थी पढ़ाई पर जोर देते हैं। खेलकूद आदि प्रतियोगिता में लोग आगे रहते हैं। यहां का वातावरण सौहार्दपूर्ण है। गांव में आपसी भाईचारा का बेहतरीन मिसाल कायम है। आसपास के गांव के लोगों भी यहां की स्थिति देख सीख लेने की आवश्यकता है। यहां के लोगों को जिला प्रशासन अन्य सुविधा मुहैया कराएगा। जल्द ही शिविर लगाकर गांव के लोगों को वृद्धा पेंशन, दाखिल-खारिज सहित अन्य समस्याओं का निदान किया जाएगा। इसके अलावा विकास के लिए योजनाएं चलाई जाएगी।

    मुखिया व वार्ड सदस्य होंगे सम्मानित

    दोनों गांवों के मुखिया व वार्ड सदस्य को जिला प्रशासन सम्मानित करेगा। जिलाधिकारी, जिला जज व एसपी के हस्ताक्षर से एक प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा। ताकि अन्य गांवों के लोग इससे प्रेरित होकर विवाद रहित गांव बनाने को लेकर अग्रसर हों।

    क्या कहते हैं ग्रामीण

    ध्रुवपट्टी गांव के बबलूसिंह, योगेंद्र ठाकुर कहते हैं कि गांव के लोग मिलजुलकर रहते हैं। कहीं किसी बात को लेकर विवाद भी होता है तो आपस में बैठकर सुलझा लिया जाता है। थाना या कोर्ट तक विवाद नहीं जाने दिया जाता है। वार्ड सदस्य किरण देवी कहती हैं कि सात सौ की आबादी वाले ध्रुवपट्टी में विवाद नहीं होता है। लोग शिक्षा प्रति सजग हैं। एक दूसरे के मिल-जुलकर गांव के विकास के बारे में विचार-विमर्श करते हैं।

    लिटीगेशन फ्री गांव घोषित होने पर मनाया जा रहा रंगोत्सव

    ध्रुवपट्टी को जिला प्रशासन द्वारा लिटीगेशन फ्री गांव घोषित करने के बाद गांव में रंगोत्सव मनाया जा रहा है। बुधवार को गांव के कार्तिक मंदिर के समीप लोगों ने एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर खुशियां मनाई। लोगों का कहना है कि गांव को सम्मान मिलना बड़ी बात है। यह हम सब के लिए गर्व की बात है। इस खुशी में हमलोग उत्सव मना रहे हैं। 

    गांव के लोग आपसी प्रेम व सौहार्द के साथ रहते हैं। यही कारण है कि यहां विवाद नहीं होता। उन्हें याद नहीं कि कभी यहां पंचायती के लिए आए हों। छोटे-मोटे विवाद को गांव के लोग ही मिलजुलकर हल कर लेते हैं।

    जयनंदन यादव

    जिले के दो गांव ध्रुवपट्टी व अरजपुर लिटीगेशन फ्री गांव घोषित किया गया है। दोनों गांव में वर्तमान में एक भी केस नहीं है। यहां के लोग मिलजुकर रहते हैं। जो बड़ी बात है। गांवों के लोग स्वच्छता के प्रति गंभीर हैं। शिविर आयोजित कर गांव के लोगों की जो भी समस्या है उसका निदान किया जाएगा। -नीरज कुमार, एसडीओ, मधेपुरा