सावधान! बच्चों की मेंटल हेल्थ खराब कर रहा प्रदूषण, ऐसे रखें ख्याल
प्रदूषण बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है। बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। प्रदूषण के कारण बच्चों में तनाव और च ...और पढ़ें
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प्रदूषण के खिलाफ जागरुकता रैली। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सदर अस्पताल में मंगलवार को प्रदूषण और गैर-संचारी रोगों पर आधारित एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उसमें जागरूकता रैली भी निकाली गई।
कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को बढ़ते प्रदूषण के दुष्प्रभावों और गैर संचारी रोगों से बचाव के प्रति जागरूक करना था। स्वास्थ्य कर्मियों, नर्सिंग छात्राओं, मरीजों और अस्पताल प्रशासन ने इसमें सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्रदूषण मानसिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा : डॉ. पंकज मनस्वी
कार्यक्रम के दौरान डॉ. पंकज मनस्वी ने वायु और ध्वनि प्रदूषण को गंभीर स्वास्थ्य समस्या बताते हुए कहा कि प्रदूषित वातावरण मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहा है। बढ़ता प्रदूषण चिंता, अवसाद, चिड़चिड़ापन और नींद संबंधी समस्याओं को बढ़ावा देता है, जो आगे चलकर गैर संचारी रोगों के जोखिम को भी कई गुना बढ़ा देते हैं।
उन्होंने मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और कैंसर जैसे बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदूषण और खराब जीवनशैली दोनों मिलकर इन रोगों को तेजी से बढ़ा रहे हैं। डॉ. मनस्वी ने लोगों से संतुलित खानपान, नियमित स्वास्थ्य जांच और योग व्यायाम को जीवनशैली का अनिवार्य हिस्सा बनाने की अपील की।
जागरूकता रैली ने खींचा ध्यान
कार्यक्रम के तहत प्रदूषण और एनसीडी जागरूकता के लिए एक रैली निकाली गई, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों, नर्सिंग छात्राओं और आम मरीजों ने भाग लिया। रैली के माध्यम से लोगों को स्वच्छ पर्यावरण, प्रदूषण नियंत्रण और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया गया।
पेंटिंग और क्विज प्रतियोगिता में दिखी रचनात्मकता और जागरूकता
पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने प्रदूषण नियंत्रण, स्वच्छता और स्वस्थ जीवन के संदेशों को बेहद रचनात्मक रूप में दर्शाया। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रतिभा कुमारी, द्वितीय शोभा कुमारी और तृतीय स्थान शालिनी प्रिया को मिला।
क्विज प्रतियोगिता में छात्रों ने मानसिक स्वास्थ्य, स्वच्छता और एनसीडी से जुड़े प्रश्नों के उत्तर दिए। टीम ‘ए’ इसकी विजेता बनी। उसमें सोनी कुमारी, शिवानी कुमारी, चांदनी कुमारी और पलक कुमारी शामिल थीं।
स्वास्थ्य जांच और विशेषज्ञों का परामर्श
कार्यक्रम के दौरान बीपी, ब्लड शुगर, बीएमआइ और एनसीडी स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई थी। विशेषज्ञों ने मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत रखने के लिए पर्याप्त नींद, तनाव प्रबंधन, नियमित व्यायाम और प्रदूषण से बचाव के तरीकों पर विस्तृत परामर्श दिए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में टीम का अहम योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में एएनएम स्कूल की शिक्षिका जुली कुमारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। एनसीडी सेल के लखपत योगी, साक्षी सोनम, निशांत, आजाद, विनीता कुमारी, पंकज किशोर सिंह, विवेका आदि कर्मियों की भी सराहनीय भूमिका रही।

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