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कोसी में समा जाएगा खगडि़या का गाइड बांध, तेजी से हो रहा कटाव, कई गांवों पर भी मंडरा रहा खतरा

खगडि़या में कोसी तेजी से कटाव कर रही है। गाइड बांध को अपने में मिलाने के लिए कोसी आतुर है। इसकी दूरी महज 15 मीटर बची है। इसके साथ ही कई गांवों पर भी खतरा मंडराने लगा है। लोगों ने...!

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 05:15 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 05:15 PM (IST)
कोसी में समा जाएगा खगडि़या का गाइड बांध, तेजी से हो रहा कटाव, कई गांवों पर भी मंडरा रहा खतरा
खगडि़या में कोसी तेजी से कटाव कर रही है।

संवाद सूत्र, बेलदौर (खगडिय़ा)। कोसी नदी के जलस्तर में कमी आई है। इसके साथ ही कटाव तेज हो गया है। वैसे, कोसी वर्ष भर कटाव करती है। खासकर नदी के जलस्तर बढऩे एवं घटने के दौरान कटाव तेज हो जाता है। बलैठा पंचायत की नवटोलिया, पचाठ ब्राह्मण टोला के समीप कोसी कटाव करते-करते धीरे- धीरे गाइड बांध के ठीक बगल में भागीरथी नदी में मिलने को आतुर बनी हुई है।

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-नहीं निकला पा रहा है कोई समाधान, जारी है कोसी कटाव

-कोसी भागीरथी नदी से मिलने को है आतुर

-कई गांवों पर भी मंडरा रहा खतरा

-लोगों ने प्रशासन से कटाव रोकने के लिए मदद की लगाई गुहार

कटाव स्थल से गाइड बांध की दूरी दिनोंदिन घटती जा रही है। कटाव स्थल से गाइड बांध की दूरी घटकर महज 15 मीटर के आसपास रह गई है। ग्रामीणों के मुताबिक नवटोलिया से लेकर पचाठ तक करीब आधे किलोमीटर भाग में कटाव पर मरहम लगाने के लिए एक माह पूर्व फ्लड फाइङ्क्षटग कार्य कराया गया था। जो ऊंट के मुंह में जीरा का फौरन साबित हुआ। ग्रामीणों के मुताबिक बोल्डर बेडवार निर्माण के बाद ही कटाव का स्थाई समाधान निकल सकता है।

ग्रामीणों की माने तो अगर कटाव पर नियंत्रण नहीं हुआ, तो गाइड बांध कटने बाद कोसी भागीरथी नदी से मिल जाएगी और कोसी की मुख्य धारा भागीरथी नदी में मिल जाएगी। जिससे पचाठ, ढाढी समेत कई गांवों का भूगोल बदलने में देर नहीं लगेगा। मुनि टोला पचाठ में भी पांच वर्ष पूर्व कराए गए कटाव निरोधात्मक कार्य नदी के गर्भ में समा चुका है। बिजेंद्र मुनी, उपेंद्र मुनि आदि कहते हैं- हर हमेशा डर बना रहता है। दूसरी ओर गांधीनगर में कोसी कटाव जारी है। इधर, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल- दो के जेई मणिकांत पटेल ने कहा कि नवटोलिया- ब्राह्मण टोला के बीच, मुनि टोला के समीप कटाव निरोधात्मक कार्य कराए जाने की आवश्यकता है।


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