कटिहार: मुर्गी पालन से जुड़कर अच्छी कमाई कर रहीं जीविका दीदी, सरकार चूजे के साथ दे रही आर्थिक मदद
मुर्गी पालन से जुड़कर जीविका दीदी अच्छी कमाई कर रही है। जीविका दीदियों को सरकार चूजे के साथ साथ अर्थिक मदद भी उपलब्ध करा रही है। कटिहार में अब तक 36 ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, हसनगंज, कटिहार। हसनगंज प्रखंड क्षेत्र की महिलाएं जीविका से जुड़कर आर्थिक उन्नति को बढ़ावा दे रही हैं। खुद की उन्नति के साथ-साथ क्षेत्र समाज की तस्वीर भी बदल रही हैं। यहां की महिलाएं अपनी जीविका के लिए मुर्गीपालन, बकरी पालन के साथ ही किराना दुकान का सफल संचालन कर रही हैं। इससे रोजगार और स्वरोजगार के क्षेत्र को अपनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। वही ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की इस कोशीश में स्वयं सहायता समूह जीविका उनका साथ दे रही है।
ताकि महिलाएं स्वरोजगार को अपनाकर आत्मनिर्भर बन सके। इस क्षेत्र में पूजा देवी, कविता देवी, प्रतिभा, स्वरंजू जीविका दीदियां स्वरोजगार से जुड़ कर स्वाबलंबन का इतिहास रच रही हैं। इसी कड़ी में नारी शक्ति जीविका महिला संकुल संघ के कुशल नेतृत्व और दिशा निर्देशन में हसनगंज के 360 जीविका की जीविका दीदीयों को मुर्गीपालन से जोड़ा जा रहा है। हसनगंज में पोल्ट्री मदर यूनिट की शुरुआत की गई है। जिसमें 8100 चूजों को मंगवाया गया है।
जहां इसकी प्रारंभिक देख-रेख जीविका दीदियों द्वारा ही की जा रही है। 28 दिनों के उपरांत इन सभी चूजों को जीविका दीदीयों के बीच वितरित किया जाएगा। प्रत्येक दीदी को प्रथम बार मे 25 चूजा और दूसरी बार में 20 चूजा दिया जाना है। इसकी पूर्व में माइक्रोप्लानिंग की गई है। साथ ही साथ इन जीविका दीदियों के द्वारा मुर्गीपालन हेतु खुद से केज का निर्माण किया जाएगा। केज बनाए जाने के उपरांत प्रत्येक दीदी के खाता में 1000 रुपये डीबीटी के माध्यम से दिया जाएगा।
मुर्गी पालन कर दीदी इसके अंडे और मुर्गे को बेच कर अपने आय में बढ़ोतरी करेगी। इस मुर्गी के अंडे का स्वाद भी बाजार के अंडे से अलग होता है। वही प्रखंड परियोजना प्रबंधक हिमांशु शेखर ने बताया कि जीविका के द्वारा महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। जिसमें महिलाएं खुद आत्मनिर्भर बनकर रोजगार कर सकती हैं। इसमें जीविका की ओर से हर संभव मदद दी जा रही है।

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