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    Shravani Mela 2025: एक लाख कांवरिया निकले बाबाधाम... बोल बम के जयघोष से गूंजा अजगैवीनाथ धाम

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 02:24 AM (IST)

    Shravani Mela 2025 सावन के कृष्ण पक्ष द्वादशी पर करीब एक लाख कांवरिया अजगैवीनाथ धाम से देवघर-बाबाधाम के लिए निकले। सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा में डुबकी लगाने के बाद अजगैवीनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन कर कांवरिया गंगाजल भरकर अपने अराध्य देव भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने कांवर लेकर पैदल 105 किमी के कांवरिया पथ से निकले।

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    Shravani Mela 2025: सावन कृष्ण पक्ष द्वादशी पर एक लाख कांवरिया अजगैवीनाथ धाम से देवघर-बाबाधाम के लिए निकले।

    संवाद सूत्र, अजगैवीनाथ धाम (भागलपुर)। Shravani Mela 2025 सावन के कृष्ण पक्ष द्वादशी पर मंगलवार को भगवान शिव पर जलाभिषेक के लिए एक लाख से अधिक कांवरिया अजगैवीनाथ धाम से देवघर रवाना हुए। कड़ी धूप और व्यवस्था संबंधी कमियों के बावजूद शिवभक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। कांवरियों की सुरक्षा के लिए दो हजार सुरक्षा कर्मियों, एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीमें तैनात की गई हैं।

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    श्रावण मास में जलाभिषेक का विशेष महत्व है। कांवरिये पवित्र उत्तर वाहिनी गंगा से जल लेकर बैद्यनाथधाम की यात्रा पर निकलते हैं। उनका मानना है कि इस यात्रा से जीवन में आ रहे दुख और दरिद्रता दूर हो जाते हैं। सोमवार की देर शाम से विभिन्न प्रांतों के कांवरियों का आगमन शुरू हुआ। मध्य रात्रि के बाद कांवरियों ने अजगैवीनाथ मंदिर एवं नमामि गंगे घाट पर गंगा में स्नान किया और जल भरकर स्थानीय पंडा पुरोहितों से जल का संकल्प कराया।

    गंगा घाट और कांवरिया पथ की ओर जाने वाला पूरा रास्ता "बोल बम", "हर-हर महादेव" और "जय महाकाल" के उद्घोष से गूंज रहा है। बाढ़ प्रमंडल की ओर से स्नान करने वाले कांवरियों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सीसीटीवी से स्थिति की निगरानी की जा रही है। गंगा घाट पर किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ टीम और पुलिस बल तैनात किया गया है।

    गंगा-बूढ़ी गंडक में बढ़ा पानी, डूब रहीं फसलें

    खगड़िया में गंगा और बूढ़ी गंडक का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में पानी प्रवेश करने लगा है। यद्यपि, मंगलवार शाम तक घरों में पानी नहीं पहुंचा था, लेकिन बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर फसलें डूब गई हैं और पशुचारा की कमी हो गई है। इस स्थिति में पशुपालक दियारा स्थित बासा से पलायन करने लगे हैं।

    मंगलवार को बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक, खगड़िया द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, गंगा और बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। खगड़िया के खारा धार जलद्वार के पास गंगा का जलस्तर मंगलवार सुबह 34.50 मीटर दर्ज किया गया, जबकि सोमवार शाम को यह 34.45 मीटर था। 12 घंटे में गंगा के जलस्तर में पांच सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है, जो प्रतिघंटे लगभग आधे सेंटीमीटर की दर से बढ़ रही है। हालांकि, वृद्धि की रफ्तार में कमी आई है, क्योंकि सोमवार की शाम से पहले यह एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की थी। गंगा खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।

    दूसरी ओर, खगड़िया एनएच-31 ब्रिज (अघोरी स्थान) के पास बूढ़ी गंडक का जलस्तर मंगलवार सुबह 36.82 मीटर दर्ज किया गया, जो सोमवार शाम को 36.79 मीटर था। 12 घंटे में जलस्तर में तीन सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हाल ही में हुई भारी वर्षा के कारण बांध-तटबंधों में रेनकट्स हो गए हैं, जिनकी मरम्मत की जा रही है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक खगड़िया ने बताया है कि सभी बांध-तटबंध और आधारभूत संरचनाएं सुरक्षित हैं।

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