बांका में गीदड़ का आतंक, 12 लोगों को काट कर किया जख्मी, पांच लोग जेएलएनएमसीएच रेफर
बांका में इन दिनों गीदड़ के आतंक से लोग परेशान हैं। रजौन के कई गांव के लोग घर से निकलने में पहरेज कर रहे हैं। अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों पर हमला हो चुका है। इसमें से पांच लोगों की हालत गंभीर है सभी को...

संवाद सूत्र, रजौन (बांका)। रजौन का दर्जन भर गांव कटखने गीदड़ के झुंड से दो दिनों से खौफजदा है। जंगली गीदड़ का यह झुंड अबतक दर्जन भर से अधिक लोगों को जख्मी कर चुका है। बरौनी, मिर्जापुर, भदवा, मुरादपुर में भी रविवार को गीदड़ों का आतंक दिखा। राजडांड नदी से अचानक निकलकर गीदड़ के झुंड ने करीब डेढ़ दर्जन लोगों को जख्मी कर दिया।
- दर्जन भर गांव के लोग खौफजदा, घर से निकलने से लोग करने लगे हैं पहरेज
- गंभीर रुप से पांच जख्मी मायागंज भागलपुर रेफर, सभी का चल रहा इलाज
गीदड़ के हमले से ये लोग हुए हैं जख्मी
जख्मी में महिला, पुरुष के अलावा बच्चे भी शामिल हैं। अधिकांश का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रजौन में किया गया। पांच लोगों को बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भागलपुर भेजा गया है। जख्मी में 15 वर्षीय आशीष कुमार, 60 वर्षीय सकलदीप दास, शिवनंदन शर्मा, सन्नी कुमार, ङ्क्षसधु देवी, नवल कुमार, जानकी देवी, वीणा देवी आदि शामिल हैं। वीणा देवी की गंभीर स्थिति को देखते हुए देर रात बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भागलपुर भेजा गया है। जख्मी सकलदीप दास ने बताया कि गीदड़ या लकड़बग्घा ने सभी को जख्मी किया है।
पैदल लोगों को बना रहा निशाना
ग्रामीणों का कहना है कि राजडांड नदी से शाम के समय निकालकर पैदल राहगीरों को परेशान कर रहा है। दिन के उजाले में इसका झुंड छुप जाता है। घटना के समय ग्रामीणों ने इस झूंड का पीछा भी किया। इसमें एक गीदड़ को ग्रामीणों ने मार भी दिया है। गीदड़ों के खौफ से ग्रामीणों में दहशत कायम है। सभी अपने बच्चों को घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि डर है कि फिर गीदड़ हमला ना कर दे। ग्रामीणों ने प्रशासन एवं वन विभाग से आतंकी गीदड़ के झूंड को पकडऩे या फिर इसके नियंत्रण की मांग की है।
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