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भारतीय रेल: जमालपुर-भागलपुर-साहिबगंज-किऊल सेक्शन पर खूब स्‍पीड से भागेगी ट्रेन

110 किमी की मिली मंजूरी पहले से कम समय में पूरी होगी दूरी। जमालपुर-भागलपुर-साहिबगंज-किऊल सेक्शन पर रफ्तार बढ़ाने की कवायद तेज प्रमुख मुख्य अभियंता ने दी सहमति। गति बढ़ने से समय की होगी बचत लंबी दूरी पर सफर करने वालों को मिलेगी राहत।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 09:46 AM (IST)
भारतीय रेल:  जमालपुर-भागलपुर-साहिबगंज-किऊल सेक्शन पर खूब स्‍पीड से भागेगी ट्रेन
जमालपुर-भागलपुर-साहिबगंज-किऊल सेक्शन पर रेल स्‍पीड बढ़ायी जाएगी।

जागरण संवाददाता, मुंगेर। जमालपुर-भागलपुर-साहिबगंज-किऊल सेक्शन पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की कवायद पूरी कर ली गई है। अब इस खंड पर महत्वपूर्ण एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और मेल ट्रेनें 90-100 की जगह 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। लूप लाइन में भी 15 की जगह 30 किमी औसतन रफ्तार होगा। पूर्व रेलवे के प्रमुख मुख्य अभियंता ने इन रेल सेक्शनों पर ट्रेनों की रफ्तार 10 किमी प्रतिघंटे बढ़ाने की सहमति दे दी है। मालदा रेल मंडल ने स्पीड बढ़ाने के लिए फाइल को भी आगे भेज दिया है। अब ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी। ट्रेनों की रफ्तार बढऩे से यात्रियों को सफर करने में समय की बचत होगी। साथ ही ट्रेनें भी नहीं फंसेगी।

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दरअसल, साहिबगंज से किऊल के बीच रेलवे ट्रैक को दो वर्ष पहले ही बदल दिया गया है। लेकिन, ट्रेनों की रफ्तार नहीं बढ़ सकी थी। इसखंड पर एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और मेल ट्रेनें औसतन 100 किमी रफ्तार से चल रही है, जबकि इंटरसिटी ट्रेनें अधिकतम 90 की रफ्तार से चलती है। साहिबगंज से किऊल तक 172 किमी तक रेलवे पटरी 52 और 60 किलोग्राम भार के बिछी हुई है। मालदा के रेल मंडल प्रबंधक यतेंद्र कुमार ने बताया कि मालदा रेल मंडल पूरी तरह विद्युतीकृत हो गया है। लगभग सभी ट्रेनें और मालगाड़ियां इलेक्ट्रिक इंजन से चल रही है। ऐसे में इस खंड पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की तैयारी चल रही है।

लंबी दूरी के लिए 22 जोड़ी चलती ट्रेनों

मालदा रेल मंडल के साहिबगंज से किऊल के बीच 20 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन अप-डाउन में होता है। इसमें कई ट्रेनें साप्ताहिक, द्वि-साप्ताहिक और रोजाना शामिल है। भागलपुर से जमालपुर के रास्ते दिल्ली के लिए हमसफर एक्सप्रेस मिलाकर कुल सात ट्रेनें हैं। इसमें से सबसे ज्यादा यात्रियों का पसंदीदा ट्रेन विक्रमशिला है।

स्पीड बढ़ाने के बाद समय भी बदलाव

जब ट्रेनों की रफ्तार बढे़गी तो कुछ गाडि़यों के समय में भी आशिंक बदलाव होने की उम्मीद है। किऊल से भागलपुर की 98 किमी की दूरी तय करने में ढाई से पौने तीन घंटे लगते हैं। रेलवे अब स्पीड बढ़ाकर इन ट्रेनों का समय कम करने की तैयारी में है। रेलवे भागलपुर से किऊल तक की दूरी तय 2.15 घंटे में पूरा करने की सोच रहा है। ऐसा होता है तो यात्रियों को काफी सहूलियत होगी।


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