भारतीय रेल IRCTC : विक्रमशिला, फरक्का व ब्रह्मपुत्र मेल से यात्रा करना चाह रहे हैं तो यह खबर पढ़ लें
भारतीय रेल IRCTC आधा दर्जन पूजा स्पेशल मिलने के बाद नहीं मिल रहा है कंफर्म टिकट। हावड़ा रांची सूरत आदि जगहों के लिए स्पेशल ट्रेन का विकल्प नहीं। वेटिंग है रांची गोड्डा एक्स. के स्लीपर कोच में। रेल यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
जागरण संवाददता, भागलपुर। भारतीय रेल IRCTC : दीपावली और छठ महापर्व पर देश के विभिन्न हिस्सों से घर लौटने वालों की ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। इसकी वजह से कंफर्म टिकट के लिए मारामारी होने लगी है। आधा दर्जन पूजा स्पेशल ट्रेन मिलने के बाद भी ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ कम नहीं हो रही है। आनंद विहार टर्मिनल व दिल्ली से 22 अक्टूबर को चलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस एवं ब्रह्मपुत्र मेल के स्लीपर क्लास में नो रूम है, जबकि अन्य सभी लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग टिकट की लंबी लिस्ट है। 31 से 279 तक वेटिंग लिस्ट है।
ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति (22 अक्टूबर)
- विक्रमशिला: स्लीपर में नो रूम, एसी कोच (थ्री-ए) में वेटिंग 218
- मालदा एक्सप्रेस: स्लीपर में वेटिंग 279, एसी कोच (थ्री-ए) में वेटिंग 98
- फरक्का : स्लीपर कोच में नो रूम, एसी कोच (थ्री-ए) में वेटिंग 108
- ब्रह्मपुत्र : स्लीपर कोच में नो रूम, एसी कोच (थ्री-ए) में वेटिंग 98
- वनांचल : स्लीपर में वेटिंग 153, एसी में 40
रेलवे अधिकारियों के अनुसार वेटिंग लिस्ट में घट-बढ़ जारी है। दिसंबर तक ट्रेनों में वेटिंग की यही स्थिति बनी हुई है। यदि यही स्थिति रही बनी रही तो दीपावली व छठ पूजा के बाद कार्यस्थल पर लौटने वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इधर, हावड़ा, रांची, सूरत समेत अन्य जगहों के लिए स्पेशल ट्रेन का विकल्प नहीं देने की स्थिति में उक्त जगहों से घर लौटने वालों की परेशानी बढ़ जाएगी। घर पहुंचने के लिए उन्हें टुकड़ों में यात्रा करनी पड़ रही है।
न्यू पेंशन स्कीम को लेकर लड़ाई की तैयारी
इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन, भागलपुर शाखा की ओर से आमसभा आयोजित की गई।। अध्यक्षता शाखा उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने की। इसमें शामिल हुए इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन, कोलकाता के संयुक्त महामंत्री अंबर दत्ता ने कहा कि देश आज विपरीत परिस्थितियों से गुजर रही है। इस समय श्रमिक वर्ग को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान सरकार श्रम कानून में बदलाव कर श्रमिक वर्ग को मिल रही मूलभूत सुविधाओं पर गहरा आघात पहुंचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन व इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन न्यू पेंशन स्कीम को लेकर काफी गंभीर है। इसके विरुद्ध यूनियन बड़ी लड़ाई की तैयारी कर रही है।