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    INDIAN IDOL: बेसुरा आभाष कैसे बन गया बॉलीवुड का महान सिंगर, जानिए... गायक किशोर कुमार के बारे में मनोज मुंतशिर ने क्‍या कहा

    By Dilip Kumar ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 06 May 2021 07:55 PM (IST)

    INDIAN IDOL Bollywood भारतीय सिनेमा जगत में दशकों तक छाए रहने वाले गायक व अभिनेता किशोर कुमार का बिहार राज्‍य के भागलपुर से गहरा संबंध है। इंडियन आइडल के एपिसोड में गीतकार मनोज मुंतशिर ने किशोर कुमार के बारे में कई जानकारी दी। जिसकी चर्चा भागलपुर में हो रही है।

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    Bollywood: गायक किशोर कुमार और गीतकार मनोज मुंतशिर।

    भागलपुर, ऑनलाइन डेस्‍क। INDIAN IDOL: Bollywood भारतीय सिनेमा जगत में गायक किशोर कुमार (Bollywood singer Kishore Kumar) दशकों तक छाए रहे। उनका काफी योगदान हिंदी सिनेमा जगत में रहा है। हालांकि उन्‍होंने हिंदी के अलावा कुछ अन्‍य भाषाओं में भी गीत गाए हैं। आज हम किशोर कुमार की इसलिए चर्चा कर रहे हैं कि इंडियन आइडल (Indian Idol) के हाल में एक एपिसोड में भारतीय गीतकार, टेलीविजन स्क्रिप्ट और पटकथा लेखक मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) ने किशोर कुमार के बारे में कई अनछुए पहलुओं को उजागर किया। इस एपिसोड में मनोज मुंतशिर ने अपने जादुई अंदाज में किशोर कुमार को याद किया है। इसके बाद से भागलपुर में इसकी काफी चर्चा हो रही है। यहां बता दें कि किशोर कुमार के बचपन का नाम आभास गांगुली था। आभास गांगुली यानी किशोर कुमार का बिहार राज्‍य के भागलपुर से गहरा संबंध है। यहां उनका ननिहाल है। वे अक्‍सर यहां आते थे। यहां की कुछ खास चीजें उन्‍हें काफी पसंद थी। आज भी उनके ननिहाल भागलपुर में कई स्‍वजन रहते हैं।

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    आकाशवाणी भागलपुर के वरीय उद्धोषक डॉ विजय कुमार मिश्र (Dr. Vijay Kumar Mishra, Senior Announcer of All India Radio, Bhagalpur)

    आकाशवाणी भागलपुर के वरीय उद्धोषक डॉ विजय कुमार मिश्र 'विरजू भाई' ने कहा कि मनोज मुंतशिर (Lyricist, Writer & Poet) ने जो बातें किशोर कुमार के बारे में बताई, उससे उनका दिल भर आया। वास्‍तव में वे भारतीय सिनेमा के जान थे। आज भी उनके गाये गीतों को सुनने लोग ठहर जाते हैं। उन्‍होंने कहा सिने जगत की इस बेजोड़ हस्ती का ननिहाल भागलपुर में है। शहर के आदमपुर स्थित राज परिवार की राजबाटी में आज भी उनकी कई यादें हैं। उनके नाना सतीश चंद्र बनर्जी यहीं रहते थे।

    डॉ विजय कुमार मिश्र ने बताया कि सदाबहार गीतों के सदाबहार गायक, एक अच्छे अभिनेता, एक अच्छे नायक, एक अच्छे हास्य कलाकार और भी बहुत कुछ यानी किशोर कुमार। उन्‍होंने कहा फिल्‍म पड़ोसन में अद्भुत गायन और अभिनय का उन्‍होंने बेहतरीन परिचय दिया। उन्‍होंने कहा अभिनय में भी हर कलाकार के साथ सामंजस्य और गायन में भी हर कलाकार के अनुरूप आवाज़। अद्भुत क्षमता थी उनमें। वे कई बार भागलपुर आए। देश विदेश में अनगिनत मंचीय प्रस्तुति की । भागलपुर में भी उनका दो बार कार्यक्रम हुआ था। स्वरों के आरोह-अवरोह में  उनको महारथ हासिल था।

    डॉ विजय कुमार मिश्र ने कहा कि आकाशवाणी में सैकड़ों फरमाइशें ऐसी आती थी, जो किशोर कुमार के गाने बजाने को कहते थे। एक समय था जब आकाशवाणी के सभी केंद्र 'आज की शाम किशोर कुमार' के नाम कार्यक्रम पेश किया करते थे। यहां के नरेश सिन्‍हा और संजीव दूबे जैसे कलाकर ज्‍यादातर गीत किशोर कुमार के गाये हुए गाते हैं।

    गायक रवि शंकर रवि (Singer Ravi Shankar Ravi)

    भागलपुर के जाने-माने गायक रवि शंकर रवि ने कहा कि इंडियन आइडल में गीतकार मनोज मुंतशिर ने किशोर कुमार के बारे में जो जानकारी दी, वह अद्भुत थी। सच में उनके बारे में कई ऐसी बातें हैं जो आज भी प्रेरणाश्रोत के काम करेंगे। किशोर कुमार सभी गायकों के आदर्श हैं। इंडियन आइडल में गीतकार मनोज मुंतशिर ने किशोर कुमार के बारे में कई महत्‍वपूर्ण जानकारी दी।

    गीतकार मनोज मुंतशिर (Lyric Manoj Muntashir)

    आइए बताते हैं इंडियन आइडल (Indian Idol) में गीतकार मनोज मुंतशिर (Lyric Manoj Muntashir) ने उनके बारे में क्‍या कहा था। उन्‍हीं के शब्‍दों में - एक बच्चा था तकरीबन सात या आठ बरस का, आभास नाम था उसका। आभास मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में अपनी मां और भाइयों के साथ रहता था। उसे गाने का बड़ा शौक था, लेकिन ट्रेजडी देखिए उसकी आवाज बहुत ज्यादा खराब थी। एक दम भराई हुई, गला एकदम बैठा हुआ। पर वह ऐसा जिद्दी कि बैठे हुए गले के बावजूद हारमोनियम लेकर बैठा रहता और गा-गाकर घरवालों को परेशान करता रहता।

    एक दिन हुआ यूं वह खेलता-खेलता मां के रसोई में घुस गया। मां खाना बना रही थी और सब्जी काटने वाली दराती वहीं जमीन पर पड़ी हुई थी। अचानक बच्चे का पैर दराती पर पड़ गया। दराती बहुत गहरे तक पैर में घुस गई। बुरी तरह खून बहने लगा, एक उंगली लगभग पूरी तरह पैर से कट के अलग हो गई। आनन-फानन में डॉक्टर के पास ले जाया गया। डॉक्टर ने किसी तरह उंगली तो जोड़ दी, लेकिन उसका दर्द कम नहीं कर पाए, क्योंकि उन दिनों पेन किलर्स नहीं हुआ करते थे। यह बहुत पहले की बात है।

    बच्चा अगले 15 दिनों तक दिन-रात दर्द से करहाता रहा, रोता रहा। इतना रोया इतना रोया कि उसके वोकल कोड खुल गए और उसकी आवाज ऐसे निखर के आई जैसे बादल फटने पर धूप निकल आती है। वह बच्चा आभास गांगुली (Abhaas Ganguly) देश का सबसे बड़ा सिंगर (Singer) बना। आप नहीं जानते आभास को?  किशोर कुमार को तो जानते हैं ना, बस उन्हीं की बात हो रही है। उन्‍होंने कहा कि किशोर कुमार के बारे में अनछुए कई पहलु हैं, जिनकी चर्चा आज तक होती रहती है। इंडियन आइडल के इस एपिसोड में musician Anu Malik (संगीतकार अनु मलिक)  भी मौजूद थे।

     

    गीतकार राजकुमार (Lyric Rajkumar)

    भागलपुर के जाने-माने गीतकार और कवि राजकुमार ने कहा कि वे और रघु दा (जो अभी रानीगंज में हैं) दोनों गुरु कार्य से राजबाटी जाया करते थे। वहीं सिनेमा जगत के अद्वितीय एवं अप्रतिम सिने पार्श्व गायक किशोर कुमार के ममेरे भाई समीर बनर्जी उर्फ निमाय दा से मुलाकात होती थी। निमाय दा बंगला सिने कलाकार थे। जहां घंटों बैठकर कई संस्मरण उनसे सुनने का अवसर मिला। इनसे किशोर कुमार के संबंध में बहुत सारी बातें होती थी।

    वे बताते थे किशोर कुमार जो अपने कंठ से एक विशेष प्रकार की ध्वनि जो प्रकट करते थे, वह उनके नाना की देन थी। उनके नाना सतीश चंद्र बनर्जी भी एक गायक थे। वे कंठ से विशेष स्‍वर निकलाते थे। इस प्रकार वे किशोर कुमार के बारे में वहां कई संस्‍मरण सुना करते थे। हाल में प्रसारित इंडियन आइडल के एक एपिसोड में मनोज मुंतशिर ने जो बातें किशोर कुमार के बारे में कही वह अविस्मरणीय है। इस अद्भुत जानकारी देने के लिए उन्‍होंने मनोज मुंतशिर और इंडियन आइडल को धन्‍यवाद दिया है।

    किशोर कुमार के भाई अभिनेता अशोक कुमार (Actor Ashok Kumar) के चचेरे साले सोमनाथ बनर्जी ने एक संस्‍मरण सुनाते हुए कहा कि किशोर कुमार बड़े भाई अशोक कुमार के साथ अक्सर भागलपुर मामा शानू बनर्जी के घर आते थे। वे आम खाने के बहुत शौकीन थे। आम खाने सुल्तानगंज बगीचा भी जाया करते थे।

    डॉ. रत्ना मुखर्जी (Dr. Ratna Mukherjee)

    किशोर कुमार की चचेरी भतीजी डॉ. रत्ना मुखर्जी भागलपुर में रहतीं हैं। वे तिलकामांझी भागलपुर विश्‍वविद्यालय की पूर्व परीक्षा नियंत्रक व स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग की पूर्व प्रोफेसर थीं। अभी सेवानिवृत हैं। उन्‍होंने किशोर कुमार को याद करते हुए कहा कि चाचा जी प्रख्यात पाश्र्व गायक थे। बहुमुखी प्रतिभावान कलाकार थे। जिंदादिल इंसान भी थे। डॉ. मुखर्जी कहती हैं किशोर कुमार अपने पेशे से प्रतिबद्ध रहते थे। वे कोई नशा पान नहीं करते थे। लेकिन रोज खाना खाने के बाद खालिस पान की एक पत्ती अवश्य चबाते थे। अपनी जादुई आवाज को बचाए रखने के लिए पान की पत्ती चबाना गले के लिए फायदेमंद होता है

    भागलपुर में हुआ था किशोर कुमार का कार्यक्रम

    किशोर कुमार अंतिम बार स्थानीय सैंडिस कंपाउंड में आयोजित संगीत समारोह में भाग लेने भागलपुर आए थे। उनको देखने अपार भीड़ उमड़ी। उनकी एक झलक पाने और मिलने को सभी लोग बेताब थे। भीड़ को नियंत्रित कर पाना काफी मुश्किल हो गया। किसी तरह कार्यक्रम हुआ। उनको रातोंरात सर्किट हाउस लाया गया। जहां से बागडोगरा एअरपोर्ट पहुंचाया गया था। फिर वे मुंबई चले गए। हाला‍ंकि किशोर कुमार अपने प्रशंसकों पर कुछ नाराज भी हुए थे।

    सिल्क कुर्ता के थे शौकीन

    किशोर कुमार लूंगी व रेशमी कुर्ता पहनने के शौकीन थे। चेन्नई से लूंगी और भागलपुर से रेशमी कुर्ता के लिए मलवरी का कपड़ा उनके लिए जाता था। वे जीवन के अंतिम दिन तक काम के प्रति जिम्मेदार बने रहे। किशोर कुमार ने अपने जीवन के अंतिम दिन आशा भोसले के साथ पांच गीतों की रिकॉर्डिंग की थी। इस पर आशा जी ने उनकी तबीयत को देखते उनसे कहा कल करेंगे अब आज छोड़ दें, इतनी जल्दी क्या है। इस पर किशोर कुमार ने कहा कि कल किसने देखा है। काम पूरा कर लें। रत्‍ना मुखर्जी ने बताया कि उसी दिन किशोर कुमार के घर में हाथी दांत का पलंग आया था। वे उसपर बैठकर टीवी देख रहे थे। इसी दौरान उनकी मौत हो गई।

    अशोक कुमार और किशोर कुमार अक्‍सर आते थे भागलपुर

    गायक किशोर कुमार के बड़े भाई फ‍िल्‍म अभिनेता अशोक कुमार (Film actor Ashok Kumar) अक्‍सर भागलपुर आते थे। हालांक‍ि, गायक व अभिनेता किशोर कुमार का यहां आना-जाना ज्‍यादा नहीं हुआ। लेकिन जब भी आए और जब यहां रहे उनको देखने काफी संख्‍या में लोग आते रहे। वे सादगी पसंद अभिनेता थे। गायक के रूप में उन्‍हें ज्‍यादा प्रसिद्धि मिली। भागलपुर के लोगों ने भी किशोर कुमार को बहुत प्‍यार दिया। आज यहां कई गायक ऐसे मिल जाएंगे, जो सिर्फ और सिर्फ किशोर कुमार के गाये हुए गीत गाते हैं। भागलपुर के गायक संजीब दूबे ने बताया कि वे गायक किशोर कुमार के सबसे बड़े प्रशंसक हैं। उन्‍होंने अपना आदर्श किशोर कुमार को माना है। इसलिए वे सिर्फ और सिर्फ किशोर कुमार के ही गाए हुए गाने गाते हैं। गायक किशोर कुमार ही उनके प्रेरणाश्रोत हैं।

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