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    India Emergency 1975: पूर्णिया में डिप्‍टी सीएम बोले- आपातकाल में कांग्रेस ने लोकतंत्र का घोटा गला, कांग्रेस के निरंकुश शासन को जनता कभी नही भूल सकती

    India Emergency 1975 इमरजेंसी की 47वीं बरसी पर उपमुख्‍यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पूर्णिया में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि आपातकाल में कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोट दिया था। देश की जनता इस बात को कभी भूल नहीं सकती है।

    By Abhishek KumarEdited By: Updated: Fri, 25 Jun 2021 06:21 PM (IST)
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    India Emergency 1975: उप मुख्‍यमंत्री तारकिशोर प्रसाद।

    जागरण संवाददाता, पूर्णिया। आपातकाल की 47वीं बरसी पर भाजपा जिलाध्यक्ष के तत्वावधान में जिला कार्यालय में शुक्रवार को काला दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने की। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत वर्चुअल माध्यम से जुड़े उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को लागू आपातकाल में लोकतंत्र का गला घोंटा गया था। कांग्रेस के इस निरंकुश शासन को देश की जनता कभी नही भूल सकती।

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    जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने इस अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस का इतिहास लोकतंत्र का हनन करने का रहा है। जबकि भाजपा सरकार का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना है। आपातकाल याद दिलाता है कि किस तरह कांग्रेस ने अपनी दमनकारी नीति के तहत लोगों में डर पैदा किया। आपातकाल के दौरान पांचजन्य, मदर इंडिया, ऑर्गनाइजर, मराठा टाइम्स, स्वदेश, युगधर्म, तरुण भारत, पंजाब केसरी इत्यदि को विशेष रूप से प्रताडि़त किया गया। समाज में बुद्धिजीवियों, कलाकारों, साहित्यकारों, पत्रकारों और लेखकों के साथ साथ प्राध्यापकों और वकीलों को भी संघ से संबंध होने की आंशका पर गिरफ्तार कर जेल में ठूंस दिया जाता था।

    प्रेस पर प्री-सेंसरशिप लगा दिया गया था। मीसा एवं डीआईआर कानून अंतर्गत जेल में बंद हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता वर्तमान में प्रवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने उस वक्त के तानाशाही स्थिति को याद करते हुए कहा कि उन पर बम बनाने का आरोप लगाया गया था। उस समय लोकनायक जयप्रकाश को रात में ही सोते हुए से जगाकर गिरफ्तार कर लिया गया था। मीसा बंदियों मे पूर्णियां के सकलदीप राजपाल ने बताया कि कैसे उनलोगों को संघ द्वारा जत्था मुहैया करवा कर उनके जान की रक्षा करनी पड़ी थी। उस वक्त के संस्मरण को याद करते हुए सकलदीप राजपाल ने कहा कि बर्बरता का वह दृश्य ऐसा था कि आज भी उसे याद कर रौंगटे खड़े हो जाते है। सुमित प्रकाश ने बताया कि इस अवसर पर साहित्यकार गौरीशंकर पूर्वोत्तरी, शिक्षक संजय सिंह, गिरजांनन्द मिश्र, रंगकर्मी मिथलेश रॉय इत्यदि ने अपने विचार रखा। कार्यक्रम प्रभारी अनन्त भारती ने मीसा बंदियों की जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा के दिलीप कुमार दीपक, सकलदीप राजपाल, अशोक कुमार सिंह, नरेन्द्र नारायण प्रसाद एवं स्वर्गीय बालगोपाल प्रसाद की धर्मपत्नी रत्ना प्रसाद को अंगवस्त्र देकर भाजपा द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाजपा के प्रमुख जिला पदाधिकारी, मंच, मोर्चा, प्रकोष्ठ, प्रकल्प के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।