कस्टम हायर सेंटर से जीविका दीदियों की बढ़ेगी आमदनी, कटिहार की 15 पंचायतों का चयन
कस्टम हायर सेंटर से जीविका दीदियों की आमदनी बढ़ेगी। प्रथम चरण में कटिहार की 15 पंचायतों में इसकी स्थापना की जाएगाी। इसके बाद आगे काम किया जाएगा। इसकी स्थापना हो जाने से खेती-किसानी में भी जीविका दीदियों को काफी सहूलियत होगी।

जासं, कटिहार। कृषि यांत्रिकरण को बढ़ावा देने तथा आधुनिक तरीके से खेती कर अधिक उत्पादन के साथ ही जीविका दीदीयों को आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बनाने को लेकर कृषि विभाग के सहयोग से जीविका द्वारा कस्टम हायर सेंटर योजना की शुरूआत की गई है।कस्टम हायर सेंटर के लिए जिले में 15 पंचायतों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत कस्टम हायर सेंटर को सब्सिडी पर ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, सीड ड्रिङ्क्षपग मशीन सहित अन्य कृषि यंत्र व उपकरण उपलब्ध कराया जाएगा।
कस्टम हायर सेंटर की कमान पूरी तरह जीविका ग्राम संगठन की दीदीयों के हाथ होगी। संबंधित पंचायत के गांवों में खेती कार्य के लिए ट्रैक्टर, हार्वेस्टर सहित अन्य कृषि उपकरण किसान हायर सेंटर से भाड़े पर ले सकते है। एक हायर सेंटर के लिए 10 से 12 लाख तक का खर्य आएगा। इसको लेकर आर्थिक स्थिति के आधार पर जीविका ग्राम संगठन का चयन किया गया है। जीविका द्वारा ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि उपकरण चलाने को लेकर प्राथमिकता के आधार पर जीविका दीदीयों का चयन किया जाएगा।
खेतों की जोताई के लिए भाड़े पर ट्रैक्टर लेने की स्थिति में जीविका दीदी ट्रैक्टर चलाएंगी। हलांकि प्रशिक्षित चालक की भी इसमें मदद ली जा सकती है। इस एवज में चालक को प्रतिदन के हिसाब से भुगतान ग्राम संगठन द्वारा किया जाएगा। हसनगंज प्रखंड में इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। प्रशिक्षण के लिए जीविका दीदी ने ट्रैक्टर की स्टेयरिंग थाम ली है।
आठ प्रखंडों में 15 स्थानों का किया गया चयन
कस्टम हायर सेंटर के लिए जिले के 16 प्रखंडों में आठ प्रखंडों का चयन पहले चरण के लिए किया गया है। आठ प्रखंड के 15 स्थानों का चयन हायर सेंटर के लिए किया गया है। हसनगंज में दो, कोढ़ृा में दो, कदवा में दो, बारसोई में एक, आजमनगर में दो, कुर्सेला में दो, फलका में दो, डंडखोंरा में एक तथा प्राणपुर प्रखंड के एक पंचायत का चयन कस्टम हायर सेंटर के लिए किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा भी योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर हर संभव सहयोग किया जाा रहा है।
कृषि यांत्रिकीकरण को बढ़ावा देने को लेकर जिले के 15 पंचायतों में कस्टम हाइर सेंटर की स्थापना की जाएगी। इस सेंटर में ट्रैक्टर, हार्वेंस्टर सहित अन्य क़ृषि उपकरण ग्राम संगठन को अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा। गांव के किसान कस्टम हायर सेंटर से कृषि उपकरण व ट्रैक्टर खेती के कार्यों के लिए भाड़े पर ले सकते हैं। ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्र, उपकरण को चलाने के लिए जीविका दीदीयिों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। -आरके निखिल, डीपीएम, जीविका
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