बिहार में रची गई ऐसी पारिवारिक साजिश... जिंदा रहते मिश्रा जी को बेटे-बहू ने बना दिया 'भूत'; पढ़ें बदलते समाज की दुखद कहानी
Bihar News 78 साल के रमेश मिश्रा के जिंदा रहते उसके बड़े बेटे कुंदन और बहू रूपम ने मृत घोषित कर दिया। पारिवारिक संपत्ति कब्जाने की इस साजिश में झूठे गवाह और जालसाजी कर सरकारी दस्तावेज भी बना लिए गए। वहीं रमेश मिश्रा का छोटा बना श्रवण कुमार की तरह है जो उनकी अच्छे से देखभाल कर रहा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar News भागलपुर के बाथ थानाक्षेत्र के गिरधरपुर-मोदीपुर निवासी 78 वर्षीय जिस रमेश मिश्रा को उनके बड़े बेटे कुंदन मिश्रा ने जिंदा रहते मृत घोषित कर दिया। उनका छोटा बेटा रतन मिश्रा श्रवण कुमार की तरह बूढ़े मां-बाप की देखभाल कर रहा है। उन्हें अपने साथ रख रहा है। बुजुर्ग रमेश मिश्रा की आंखों की रोशनी भी मोतियाबिंद होने के कारण कम हो गई है। छोटा बेटा उनकी आंखों का आपरेशन कराने की तैयारी में है, लेकिन बड़े बेटे कुंदन के आतंक से घर में अशांति फैल गई है।
बड़े बेटे ने सारी जमीन हथिया रखी है। उसने पुश्तैनी घर के अधिकांश भाग पर कब्जा कर लिया है। वह पिता की जमीन का कुछ हिस्सा उन्हें मृत घोषित कर तीन लोगों को बेच चुका है। पिता को जब इसकी जानकारी हुई और उस पर केस किया तो कुंदन पिता को ही धमकी देने पहुंच गया। उसने कहा कि कोर्ट-कचहरी और केस-फौजदारी नहीं करो, केस उठा लो वरना जान से मार डालेंगे।
भयभीत मां-बाप घर में दुबके रह रहे हैं। पूरा गांव बड़े बेटे कुंदन की करतूतों को जान गया है लेकिन कोई उसके स्वभाव के कारण कुछ बोल नहीं पाता। मां-बाप ने एक रिश्तेदार की मदद से किसी तरह कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अब उसकी जानकारी पर उन्हें धमकी मिलने लगी है।
कुंदन चलाता था ट्रैक्टर, छोटे बेटे को मिली शिक्षक की नौकरी
बड़ा लड़का कुंदन गांव में कभी ट्रैक्टर से खेतों की जुताई कर पैसे कमाया करता था। लेकिन बाद में सबकुछ बेच कर घर बैठ गया। उसकी संगत गलत लड़कों से हो गई। उसका रास्ता ही बदल गया। जिसकी परिणति जिंदा पिता को मृत घोषित कर दूसरों को जमीन बेच दी। अच्छे स्वभाव का छोटा लड़का रतन मिश्रा ने सही तरीके से पढ़ाई की तो सरकारी शिक्षक की नौकरी मिल गई है। वह असरगंज में पदस्थापित है। वह अपने साथ मां-बाप को रखकर उनकी सेवा कर रहा है।
गांव के इन लोगों को बेच डाली जमीन
बड़े बेटे कुंदन की इस साजिश में बहू रूपम मिश्रा भी शामिल है। झूठे गवाहों और जालसाजी करते हुए बेटे कुंदन ने गांव के ही दूसरे लोगों को कुल 17.5 डिसमिल जमीन बेच दी। भूमि निबंधन के केवाला में पिता को मृत घोषित कर कुंदन ने 26 जून 2024 को गांव की लूसी कुमारी को 5 डिसमिल जमीन 1,50,000 रुपये में बेच डाली। 27 जुलाई 2024 को गांव की बेबी देवी को 6.25 डिसमिल जमीन 1,88,000 रुपये में बेच दी। 30 जुलाई 2024 को गांव की मुन्नी देवी को 6.25 डिसमिल जमीन 1,88,000 रुपये में बेच दी।
बाथ थाने की पुलिस आज लेगी पीड़ित पिता का बयान
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत द्वारा मामले में पूरी रिपोर्ट मांगे जाने के बाद बाथ थाने की पुलिस बुजुर्ग की सुध लेते हुए बुधवार को पीड़ित रमेश मिश्रा, उनकी पत्नी रेणुका मिश्रा आदि का बयान लेगी। रमेश मिश्रा झारखंड राज्य परिवहन निगम से सेवानिवृत्त हुए हैं। इस विभाग में पेंशन नहीं मिलता है। खेती से जो आय हुआ करती थी, वह खेत बेटा के कब्जे में चले जाने से आमदनी समाप्त हो गई।
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