Happy New Year 2022: गया ग्रीटिंग्स का जमाना, अब हाइटेक हुआ बधाई संदेश भेजना
90 के दशक और उससे पहले जन्में लोगों ने ग्रीटिंग्स का दौर बाखूबी देखा है। नए साल में बधाई कार्ड भेजने का जो जोश और उत्साह होता था। अब उसने नया रूप ले ल ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, जलालगढ़ (पूर्णिया) : Happy New Year 2022- नववर्ष 2022 के आगमन का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तथा सेलिब्रेशन को ले तैयारी में जुट गये हैं। बधाई संदेश भेजने के लिए भी मैसेज का चयन लोग करने लगे हैं। हालांकि बाजार में ग्रीटिंग्स की दुकानें भी लगी है लेकिन अब उसके खरीदार कम ही हैं। अब लोग सोशल साइट्स का इस्तेमाल बधाइयों के लिए अधिक करने लगे हैं, जिस कारण ग्रिटिंग्स कार्ड की पूछ कम हो गई है।
आधुनिकता के दौर में खुशियां मनाने के तौर-तरीके भी अनोखे हो चले हैं। नये साल में रिश्तेदारों व सगे-संबंधियों को बधाई देने के लिए लोग जहां ग्रिटिंग्स कार्ड का उपयोग किया करते थे। अब कार्ड की जगह इंटरनेट व एसएमएस ने ली है। अब तो बस हाय-हैलो और हैप्पी न्यू ईयर बोल 2022 बोलकर ही काम चलाया जा रहा है।
एक समय था जब संदेश पहुंचाने के लिए कबूतरों व संदेश वाहकों का सहारा लिया जाता था। फिर विकास हुआ और लोगों के संदेश पहुंचाने का माध्यम डाकघर बना। जहां चिट्ठी व टेलिग्राम के माध्यम से लोगों तक संदेश पहुंचाया जाता था और इसी माध्यम से लोग अपने संबंधियों का कुशल क्षेम जानते थे।
शिक्षक नरेश कुमार बताते हैं, 'हम बधाई संदेश लिखने के लिए तरह तरह की शायरी का इस्तेमाल करते थे। याद आता है कि मार्केट नई और बढ़िया डिजाइन वाली ग्रीटिंग्स से गुलजार हो जाता था। लिफाफा देखते ही मन में एक अलग सा उत्साह रहता था। इसके लिए पहले से पैसा जोड़े जाते थे। स्कूल टाइम में सर या मैम को ग्रीटिंग्स देना हो या सहपाठियों को। एक अलग ही दौर था वो।'
समय के साथ संदेश भेजने के तरीके भी बदले समय के बदलाव के साथ-साथ लोगों के संदेश भेजने के तौर तरीके भी बदले। खासकर किसी खुशी के मौके पर संदेश भेजने के लिए ग्रिटिंग्स कार्ड का सहारा लिया जाने लगा। खासकर बच्चे व लड़कियां तो ग्रिटिंग्स को ले दीवाने हो चले थे। ऐसे मौकों से लगभग एक माह पूर्व ही बच्चे तैयारी में लग जाते थे और तरह-तरह के रंग-बिरंगे ग्रिटिंग्स कार्ड खरीद कर बधाई संदेश भेजते थे। सबसे अच्छा ग्रिटिंग्स किसका है, इसको लेकर भी बच्चों में होड़ मची रहती थी।
दुकानों पर रंग-बिरंगे व तरह-तरह के ग्रिटिंग्स कार्ड सजे नजर आते थे और जम कर ग्रिटिंग्स कार्ड की खरीदारी होती थी। लेकिन अब इंटनरेट व मोबाइल ने अपनी जबरदस्त पैठ बना ली है। नतीजा यह है कि ग्रिटिंग्स कार्ड की अब पूछ घट गई हैं। बधाई देने के लिए अब लोग मोबाइल के एसएमएस बाक्स का सहारा लेते हैं। इतना ही नहीं फेसबुक, सोशल साइट, इमेल आइडी आदि भी संदेश भेजने के माध्यम में जबरदस्त भूमिका निभा रहा है।

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