Indian Railways: अब प्लेटफॉर्म पर चलते-फिरते कटवा सकेंगे टिकट, लाइन में लगने की जरूरत नहीं
रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी! अब स्टेशन पर चलते-फिरते टिकट कटवा सकेंगे, कतार में लगने की जरूरत नहीं। रेलवे ने कर्मचारियों को हैंड हेल्ड टर्मिनल और प्रिंटर दिए हैं। यात्री ट्रेन में चढ़ने के बाद भी टिकट ले सकते हैं। मालदा मंडल को 30 मशीनें मिली हैं, जो भीड़ नियंत्रण में सहायक होंगी। टीटीई मशीन से टिकट बनाकर देंगे, जिससे जुर्माने से बचाव होगा और समय की बचत होगी।

अब प्लेटफॉर्म पर चलते-फिरते कटवा सकेंगे टिकट, लाइन में लगने की जरूरत नहीं
जागरण संवाददाता, भागलपुर। यात्री अब चलते-फिरते ही किसी भी स्टेशन पर टिकट कटा सकेंगे। टिकट कटाने के लिए यात्रियों को कतार में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मोबाइल यूटीएस एप, एटीवीएम के बाद अब रेलवे कर्मचारियों को हैंड हेल्ड टर्मिनल व प्रिंटर उपलब्ध कराए गए हैं।
यात्री ट्रेन में चढ़ने के बाद और प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही टिकट ले सकेंगे। मालदा मंडल को 30 हैंड हेल्ड मशीन उपलब्ध कराई गई हैं। छठ पूजा से पहले मिली इन मशीनों को भीड़ नियंत्रण के तहत देखा जा रहा है।
सामान्य व लोकल श्रेणी की टिकट से यात्रा करने वाले लोगों के लिए इससे सहूलियत होगी। ये मशीनें रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) व यूटीएस सर्वर से जुड़ी रहेंगी।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार ट्रेन में चढ़ने वाले यात्री सीधे टीटीई से मिलेंगे। तय किराए के आधार पर टीटीई हैंड-हेल्ड मशीन से टिकट बनाकर दे देंगे। ट्रेन न छूट जाए, इस जल्दबाजी में अक्सर बिना टिकट कटाए ही ट्रेन में चढ़ गए यात्रियों से मनमाना जुर्माना वसूला जाता था।
पहले जल्दबाजी में यात्री ट्रेन में बेटिकट चढ़ तो जाता था, लेकिन ट्रेन में पकड़े जाने पर जुर्माना भरने के साथ-साथ जेल भेजे जाने का डर भी यात्रियों में होता था। समय के अभाव में अक्सर लोगों को ट्रेन छोड़कर बसों में अधिक किराया देकर यात्रा करनी पड़ती थी।
इसके अलावा रेल यात्रियों को लंबी लाइनों में लग कर टिकट लेना पड़ता था। इससे उनके समय की हानि भी होती थी। अधिकारी ने बताया कि मशीनें मिल गई हैं इन्हें इंस्टॉल किया जा रहा है। किराया फीड होगा। उसके बाद यात्रियों को इससे टिकट मिलने लग जाएगी।
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