Bihar News: समय से पहले मानसून की दस्तक से इन इलाकों में बढ़ा बाढ़ का खतरा, कटाव निरोधी कार्य अधूरा
इस वर्ष मानसून के जल्दी आने से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिससे कटाव का खतरा बढ़ गया है। जल संसाधन विभाग द्वारा गंगा और कोसी नदी पर कटाव रोकने का कार्य अभी तक अधूरा है जिससे तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों में डर का माहौल है। विभाग ने ठेकेदारों को जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
संवाद सूत्र, नवगछिया। इस बार देश में समय से पूर्व ही मानसून ने दस्तक दे दी है। मानसूनी वर्षा जगह-जगह होने से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होनी शुरू हो गई है, लेकिन जल संसाधन विभाग द्वारा गंगा व कोसी नदी में करोड़ों रुपये से करवाया जा रहा कटाव निरोधी कार्य अभी तक आधा -अधूरा ही हो पाया है।
तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुश्किल
इस कारण तटवर्त्ती गांव के लोगों में दहशत व्याप्त होने लगी है। बता दें कि इस वर्ष जल संसाधन विभाग द्वारा इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध पर चार ठेकेदारों द्वारा लगभग 65 करोड रुपये की लागत से कटाव निरोधी कार्य करवाये जा रहे हैं, लेकिन समय पर सिर्फ ठेकेदार दिनेश चौधरी द्वारा दो करोड 75 लाख रुपये की लागत से स्पर संख्या छह एन का रीस्टोरेशन, स्पर संख्या सात के डाउन स्ट्रीम में रिवेटमेंट का रीस्टोरेशन का कार्य ही पूरा किया गया है।
ठेकेदार जयप्रकाश साह द्वारा 17 करोड़ की राशि से स्पर संख्या आठ से नौ तक क्षतिग्रस्त रिवेटमेंट 720 मीटर व 600 मीटर में बोल्डर पीचिंग तथा 120 मीटर जिओ बैग पीचिंग का कार्य किया जा रहा है। समय सीमा बीतने के बावजूद कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
एभरग्रीन कंपनी द्वारा 6 करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से स्पर संख्या नौ के अप स्ट्रीम में 145 मीटर में बोल्डर पीचिंग का कार्य भी समय पर पूरा नहीं हो पाया है।
त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 38 करोड रुपये की लागत से टुटान करीब 125 मीटर को मिट्टी से भरने, तटबंध के टो में 242 मीटर में सीट पाइलिंग व कंट्री साइड में जिओ बैग पीचिंग ,10.5 मीटर चौडा बोल्डर रिवेटमेंट कार्य के अलावा पिछले वर्ष ध्वस्त हुए स्पर संख्या आठ का रीस्टोरेशन कार्य किया जाना है।
15 जून तक का समय
स्पर संख्या आठ में मिट्टी भराई व बोल्डर क्रेटिंग का कार्य किया जाना है। हालांकि, त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा निर्धारित 15 मई तक कार्य पूरा नहीं किए जाने पर विभाग द्वारा 15 जून तक कार्य पूरा करने का समय दिया गया है।
मुख्य अभियंता ई अनवर जमील ने बताया कि कैरेट की उपलब्धता कम होने के कारण बोल्डर क्रेटिंग कार्य में अपेक्षित तेजी नहीं आ रही है। उन्होंने बताया कि अचानक बिहार में कैरेट का अभाव हो गया है। कंपनी को आवश्यकतानुसार क्रेटिंग का भंडारण करने का सख्त निर्देश दिया गया है।
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