Bhagalpur News: पथरी का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में फ्री ऑपरेशन, 24 घंटे में मिल जाती है छुट्टी
भागलपुर में किडनी की पथरी के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब यहां मुफ्त में ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध है। ऑपरेशन के बाद मरीज को सिर्फ 24 घंटे में अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। यह सुविधा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए बहुत मददगार साबित होगी, जिन्हें किडनी की पथरी का इलाज कराने में परेशानी होती थी।

किडनी की पथरी का फ्री ऑपरेशन। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, भागलपुर। किडनी में पथरी की समस्या से जूझ रहे मरीजों को अब जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पथरी की सर्जरी शुरू हो चुकी है, जहां मरीज बिना किसी खर्च के आधुनिक मशीनों की मदद से सुरक्षित इलाज पा सकते हैं।
यहां सर्जरी के बाद 24 घंटे के भीतर मरीज को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी जाती है। यही नहीं, मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए अस्पताल में सरकार ने तीन यूरोलाजिस्ट सर्जनों की तैनाती की है। उनके साथ प्रशिक्षित नर्सें और तकनीकी टीम भी उपलब्ध है।
विशेष रूप से किडनी में पथरी मरीजों के लिए यह व्यवस्था की गई है। जानकारी के अभाव में फिलहाल दो-चार मरीज ही लाभ ले सके हैं। सुविधा की जानकारी के अभाव में लोग पथरी की सर्जरी के लिए सीधे JLNMCH में पहुंच जाते हैं, लेकिन यहां सुविधा शुरू होने पर लोगों को राहत मिलेगी।
24 घंटे में डिस्चार्ज, सभी संसाधन उपलब्ध
किडनी में पथरी का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में सफलतापूर्वक उपचार हो रहा है। पूरी टीम और संसाधन उपलब्ध हैं। मरीज को भर्ती कर सर्जरी की जाती है और 24 घंटे के भीतर डिस्चार्ज कर दिया जाता है। फिलहाल मरीज कम पहुंच रहे हैं, लेकिन अधिक से अधिक लोगों तक सुविधा पहुंचाने का प्रयास जारी है। — डा. अजय कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक
नवनिर्मित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में टपक रहा पानी
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के उस हिस्से की अब मरम्मत होगी, जहां पानी जमा होता है। दरअसल, भवन निर्माण के उपरांत यह देखा गया कि छत के कई हिस्से में पानी जमा होता है। धीरे-धीरे यह पानी छत से टपक कर जमीन पर आ जा रहा है, जिससे यहां कार्य करने में परेशानी हो रही थी।
वहीं, छत का हिस्सा भी कमजोर हो रहा था। इसको देखते हुए उपाधीक्षक ड. अजय कुमार ने अधीक्षक डा. अविलेश कुमार को जानकारी दी। अधिकारियों ने अस्पताल का भवन बनाने वाली एजेंसी से संपर्क किया और इसकी जानकारी दी। समस्या को जानने के बाद अब एजेंसी इस खामी को दूर करने को राजी हो गया है। इसी माह से मरम्मत का काम आरंभ कर दिया जाएगा।

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