Bihar Flood Alert : बिहार में जबरदस्त उफान पर गंगा-कोसी... भागलपुर-नवगछिया में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी; जानें ताजा हाल
Bhagalpur Bihar Flood Alert भागलपुर प्रक्षेत्र में गंगा नदी जबरदस्त उफान पर आ गई है। नवगछिया में गंगा खतरे के निशान के पार बह रही है। जबकि भागलपुर शहर में बूढ़ानाथ मंदिर के करीब बाढ़ का पानी पहुंच गया है। स्पर संख्या-नौ 25 से 30 मीटर तक ध्वस्त हो गया। यहां कटाव का सिलसिला जारी है।

जागरण टीम, भागलपुर/नवगछिया/कहलगांव। Bhagalpur Bihar Flood Alert भागलपुर, कहलगांव और अजगैवीनाथ धाम में गंगा और नवगछिया में गंगा व कोसी दोनों नदियां उफान पर हैं। नवगछिया में गंगा खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर जबकि भागलपुर के खतरे के निशान से महज 0.93 मीटर और कहलगांव में 11 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। शहरी क्षेत्र में बाढ़ का पानी बाबा बूढ़ानाथ मंदिर के समीप पहुंच चुका है।
इधर, पानी के दबाव के कारण नवगछिया में स्पर संख्या-नौ 25 से 30 मीटर तक ध्वस्त हो चुका है। कटाव का सिलसिला भी जारी है। विभाग आठ हजार बालू की बोरियां डालकर कटाव रोकने की कोशिश में जुटा हुआ है। मदरौनी में कोसी नदी का जलस्तर 12 घंटे में 13 सेंटीमीटर बढ़कर 30.05 मीटर पर पहुंच गया है। चारो ओर से जलस्तर बढ़ने से गंगा के आसपास रहने वाले लोग घर-बार छोड़कर सुरक्षित जगह की ओर पलायन करने लगे हैं।
भागलपुर में गंगा का जलस्तर
- हाई फ्लड लेवल : 34.86 मीटर
- डेंजर लेवल : 33.68 मीटर
- 19 जुलाई को जलस्तर : 32.51 मीटर
- 20 जुलाई को जलस्तर : 32.75 मीटर
- 24 घंटा में बढ़ोतरी : 0.24 मीटर
- डेंजर लेवल से अंतर : सिर्फ 0.93 मीटर
ओवरफ्लो होने लगा कोसी का जलस्तर
कोसी नदी का जल स्तर इनीशियल से ऊपर हो जाने के कारण मदरौनी गांव के समीप ओवरफ्लो होकर सधुआ चापर कटारिया स्टेशन की ओर जाने लगा है। अगर बाढ़ का पानी इधर आ गया तो मदरौनी सहित कई गांव प्रभावित हो जाएंगे। मुख्य सड़क मार्ग भी बाधित हो जाएगा। दूसरी ओर गोपालपुर प्रखंड के कलवलिया धार में गंगा का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर बालमुत्तर तटबंध से पानी आने की संभावना बढ़ गई है।
कहलगांव में बाढ़ से घिरने लगे कई गांव
कहलगांव में भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। सोमवार सुबह तक गंगा यहां खतरे के निशान को पार कर जाएगी। गंगा की सहायक नदियां कुआ, घोघा, गेरूआ, भयाना भी उफान पर है। सहायक नदियों के लबालब हो जाने से दियारा इलाका एवं दक्षिणी हिस्से में स्थित चौर जलमग्न हो चुका है, फसलें भी डूब गई हैं। प्रशासन की ओर से अभी तक बाढ़ राहत कार्य शुरू नहीं कराया गया है। गंगा लबालब भर जाने के चलते तोफिल एवं अनठावन गांव में कटाव की रफ्तार धीमी हो गई है। ग्रामीणों ने बटेश्वर स्थान से खबासपुर तक बोल्डर पिचिंग तटबंध निर्माण कराए जाने की मांग की है।
- मदरौनी में कोसी का जलस्तर 12 घंटे में 13 सेमी बढ़कर 30.05 मीटर पर पहुंचा
- भागलपुर शहर और आसपास के निचले इलाकों में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी
- खतरे के निशान से महज 0.93 मीटर नीचे भागलपुर में बह रही है गंगा
- कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से मात्र 11 सेंटीमीटर नीचे, दहशत में लोग
- 36 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है नदी नवगछिया इलाके में
- 8 हजार बालू की बोरियां डालकर कटाव रोकने की कोशिश में जुटा है विभाग
भागलपुर में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी
गंगा का पानी भागलपुर शहर और आसपास के निचले इलाकों में तेजी से फैला रहा है। हालांकि रविवार को गंगा की रफ्तार में थोड़ी कमी जरूर, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।
जुलाई में ही बाढ़ का कहर
भागलपुर में आमतौर पर अगस्त-सितंबर में बाढ़ आती थी, लेकिन इस बार जुलाई में ही गंगा उफान पर है। अभी मानसून की अच्छी-खासी अवधि बाकी है, बारिश भी लगातार हो रही है। जिससे अंदेशा है कि इस बार बाढ़ का प्रकोप ज्यादा व्यापक और लंबा हो सकता है।
इन इलाकों में पानी का दबाव
गंगा का पानी बाबा बूढ़ानाथ मंदिर परिसर तक पहुंच गया है। मशानी काली का मंदिर जलमग्न हो चुका है। एसएम कालेज, दीपनगर, मुसहरी घाट, श्मशान समेत कई इलाकों में पानी लबालब हो गया है। इसके अलावा इंजीनियरिंग कालेज के पीछे, नवटोलिया चौका, जियाउद्दीनपुर चौका, बाबूपुर, रजंदीपुर, संतनगर, बगडेर, घोषपुर, फरका, इंग्लिश, मसाढ़ू, ममलखा, चांयचक, अठगामा समेत पूर्वी इलाके में भी पानी प्रवेश करने लगा है।
लगे हुए हैं आठ ठेकेदार
नवगछिया में स्पर संख्या नौ के ध्वस्त हुए भाग को आठ ठेकेदारों की मदद से दुरुस्त कराया जा रहा है। फ्लट फाइटिंग फोर्स के विशेषज्ञ गोपाल कृष्ण अधीक्षण अभियंता संजीव शैलेश, कार्यपालक अभियंता गौतम कुमार लगातार निगरानी कर रहे हैं। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल जलस्तर में वृद्धि जारी रहेगी।
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