Bihar Chunav 2025: इस बार मतदान केंद्रों से सीधे मिलेगा वोटिंग का आंकड़ा... चुनाव आयोग ने की बड़ी तैयारी
Bihar Election 2025: बिहार निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 11 नवंबर को होने वाले मतदान की तैयारियों की समीक्षा की। प्रिजाइडिंग ऐप के प्रशिक्षण पर जोर दिया गया है, क्योंकि इस बार मतों आंकड़े सीधे मतदान केंद्र से ऐप के माध्यम से अपलोड होगा। सभी मतदान केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने और आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। छठ पर्व पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाने की भी योजना है।

Bihar Election 2025: बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 11 नवंबर को होने वाले मतदान की तैयारियों की समीक्षा की।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Election 2025 बिहार के मुख्य चुनाव पदाधिकारी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए द्वितीय चरण में 11 नवंबर को होने वाले मतदान की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत, पुलिस अधीक्षक नवगछिया प्रेरणा कुमार, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, नगर आयुक्त शुभम कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी सहित कई कोषांग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा प्रजाइडिंग ऐप की ट्रेनिंग पर सबसे अधिक बल दिया जा रहा है। इसका कारण यह है कि इस बार सीधे मतदान केंद्र से ही मतों की संख्या का आंकड़ा मोबाइल ऐप के माध्यम से प्रविष्टि की जाएंगी। जबकि जिला स्तर पर केवल डैशबोर्ड की सुविधा होगी। ऐसे में यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी पीठासीन पदाधिकारी समय पर और सही सही आंकड़ा मोबाइल ऐप में दर्ज करें।
इसके लिए सभी पीठासीन पदाधिकारियों को मोबाइल ऐप के बारे में अच्छी तरह प्रशिक्षण दिया जाना है। साथ ही साथ इसका एक ट्रेनिंग वीडियो भी साझा करना है, जिससे सभी इससे अच्छी तरह अवगत हो सकें। प्रजाइडिंग मोबाइल ऐप के साथ-साथ ईवीएम के ट्रेनिंग का वीडियो भी तैयार कर इसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से साझा करें, जिससे अधिक से अधिक संख्या में लोग ईवीएम के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों तक लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए। जिससे देर शाम मतदान की स्थिति में अंधेरे का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। अतः इसे समय पूर्व सुनिश्चित कर लेना होगा। सभी मतदान केंद्रों पर वालेंटियर्स की व्यवस्था रखनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र का वेब कास्टिंग किया जाना है, जिसके लिए एजेंसी को चयनित किया गया है। जिला स्तर पर वेब कास्टिंग कंट्रोल रूम की भी व्यवस्था कर लेनी होगी। उन्होंने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि राजनीतिक हिंसा और माडल कोड आफ कंडक्ट उल्लंघन के मामले में दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने निर्देश दिया कि जिला के सोशल मीडिया टीम को एक्टिव रखना होगा। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी के लिए डिस्ट्रिक्ट लेवल पर कंट्रोल रूम की स्थापना करनी होगी। जिले में होने वाले वीआइपी मूवमेंट को लेकर भी विशेष नजर रखनी होगी और आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में दोषी पाए जाने पर प्राथमिक दर्ज करना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रत्याशियों के द्वारा प्रचार में होने वाले खर्च को लेकर भी कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। इसके लिए एसएसटी की टीम को लगातार जांच करना और मामले में संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के द्वारा इलेक्टरल रोल, डाक मत पत्र, सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रांग रूम और वहां की व्यवस्था और मतदान केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता, सुरक्षा बल की तैनाती, संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान जैसे विषयों पर सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों और वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई।
बताया गया कि मतदान केद्रों पर एवं डिस्पैच करने वाले वाहन में जीपीएस सिस्टम लगेंगे। इसके लिए सभी जिले में जीपीएस लगाने वाली टीम पहुंच जाएगी। इसके पूर्व सभी जिले में बूथ लेवल पर कम्युनिकेशन प्लान तैयार कर लेना होगा और इस एजेंसी के साथ साझा करेंगे, जिससे कि उन्हें सभी वाहनों में जीपीएम सिस्टम इनस्टाल करने में सुविधा हो यह ध्यान रखना होगा कि ईवीएम के संग्रहण के उपरांत उन वाहनों से जीपीएस सिस्टम को अनइनस्टाल भी करना होगा। वाहनों को नियमानुसार भुगतान समय पर करना सुनिश्चित करें, जिससे कि वाहन मालिकों की ओर से प्राप्त होने वाली शिकायतों का तुरंत निवारण किया जा सके। इसके अलावा जिला स्तर पर शिकायत निवारण की व्यवस्था भी शुरू करने का निर्देश दिया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि छठ त्योहार के अवसर पर सिर्फ गतिविधियों को नए तरीके से करते हुए अधिक से अधिक लोगों को मतदान के संबंध में जानकारी दी जा सकती है, इसके लिए कुछ रचनात्मक गतिविधियों का सहारा लिया जा सकता है। क्योंकि छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में लोग एक जगह एकत्रित होते हैं। ऐसे में हमें मतदान के संबंध में जागरूकता के प्रसार में मदद मिलेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी बिहार ने द्वितीय चरण में होने वाले मतदान की तैयारी को लेकर सभी जिलाधिकारी से बातचीत की एवं कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान किसी भी प्रकार के लापरवाही के मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां कमजोर नेटवर्क का सामना करना पड़ता है, वहां का जीपीएस लोकेशन साझा किया जाए, जिससे कि दुरुस्त इंटरनेट सुविधा की बहाली पर अनेक विकल्पों पर विचार किया सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।