'पहले ट्रांसफर-पोस्टिंग में खेल होता था...', बैठक में बोले नीतीश के मंत्री; अधिकारियों को दी चेतावनी
बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल (Bihar Minister Dilip Jaiswal) ने राजस्व विभाग में लंबित मामलों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा है कि एक महीने के अंदर सभी लंबित मामलों का निपटारा नहीं हुआ तो कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि गलत करने वाले राजस्व कर्मचारियों और अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। कुछ अंचलों में केस पेंडिंग हैं। केसों का निपटारा नहीं हो रहा है। इससे जनता में रोष है। राजस्व विभाग के प्रति नकारात्मक संदेश जा रहा है। एक माह के अंदर पेंडिंग केस का निबटारा नहीं किया गया तो कार्रवाई होगी। उक्त बातें राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल (Dilip Jaiswal) ने कहीं। वह सोमवार को राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक करने के बाद सर्किट हाउस में संवददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि सभी पेंडिंग केस को एक माह में समाप्त करने के लिए कहा गया है। लोगों को सच्चा न्याय मिले। जो भी केस पेंडिंग रखेगा वह नपेगा। गलत करने वालों को किसी भी कीमत में छोड़ा नहीं जाएगा।
'पहले ट्रांसफर-पोस्टिंग में खेल होता था...'
उन्होंने कहा कि इस विभाग में पहले ट्रांसफर-पोस्टिंग में खेल होता था। मंत्री का प्रभार ग्रहण करते ही सभी को संदेश दे दिया कि गलती करने पर अब कार्रवाई होगी। 33 सीओ को निलंबित किया गया है। 82 सीओ पर अन्य तरह की कार्रवाई की गई है। राजस्व कर्मचारी व अधिकारी के पास पहले सर्विस बुक रहती थी। कार्रवाई होने के बाद भी सर्विस बुक भी अंकित कर लेते थे।
सीओ व आरओ व अन्य पदाधिकारियों को अपनी सर्विस बुक के फाइल को विभाग में जमा करने के लिए कहा गया है। 189 अधिकारी ने सर्विस बुक जमा नहीं की है। उनका वेतन रोक दिया गया है। आगे और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
'कालिख की कोठरी'
उन्होंने कहा कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कालिख की कोठरी थी। विभाग को ठीक करने का सकारात्मक प्रयास किया जा रहा है। भूमि सर्वे में लोगों को परेशानी हो रही थी। लोगों को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए रोक लगाई गई थी। सर्वे में कोई जल्दीबाजी नहीं है। सर्वे को आसान बनाने के लिए मामले को कैबिनेट में लाया जाएगा। राजस्व विभाग लोगों से जुड़ा हुआ विभाग है। यहां 70 प्रतिशत मामले आपसी झगड़े का है। लोगों के बीच के विवाद को समाप्त करने का काम राजस्व विभाग कर रहा है।
भाजपा नेता सीमा में रहकर करेंगे बात : प्रदेश अध्यक्ष
प्रदेश अध्यक्ष के दरवाजे पर कब्जा नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष का दरवाजा आम कार्यकर्ताओं के लिए लिए खुला हुआ है। भाजपा कोटे के मंत्रियों को भी भाजपा का स्वभाव व संस्कार अपनाने के लिए कहा गया है। भाजपा नेताओं से कहा गया है कि वे दूरदराज से पटना आने वाले कार्यकर्ताओं को गले लगाएं। सभी नेताओं को पार्टी का सिस्टम समझा दिया गया है। उक्त बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार भागलपुर आए हैं। भागलपुर से पूर्व से गहरा नाता रहा है। भागलपुर के लिए विभिन्न दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को निर्देश दिया गया है कि वे पटना की परिक्रमा नहीं करें, गांवों में जाएं। जनसंघ के समय की तरह धरातल पर काम करें।
पार्टी में माहौल बन रहा है। पार्टी में कोई भी उपेक्षित महसूस नहीं करेगा। पार्टी के लिए पूर्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बुजुर्ग कार्यकर्ताओं को नेता देखने नहीं जाते हैं। ऐसे कार्यकर्ताओं को प्रतिष्ठा देने के लिए कहा गया है। चुनौती को अवसर में बदलने के लिए कहा गया है। बिहार में अच्छा माहौल है। सीमा में रहकर बात करने का निर्देश सभी नेताओं को दिया गया है। मंत्री भी अनाप-शनाप बयान नहीं देंगे।
प्रशांत किशोर की पार्टी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका खेल यहां खत्म हो गया है। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के सवाल पर उन्होंने कहा कि थोड़ा वक्त लगेगा। स्वास्थ्य विभाग में लाखों की नियुक्ति हो रही है। इसके पूर्ण पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया। महिलाओं ने तिलक लगाया और पुष्प वर्षा की।
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