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    Bhagalpur News: बाढ़ का पानी कम होते ही बढ़ने लगा डेंगू का खतरा, अस्पताल से भागा मरीज

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 07:57 AM (IST)

    भागलपुर में बाढ़ का पानी घटने के बाद डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं। सदर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में कई मरीज पाए गए हैं लेकिन कई मरीज जांच से पहले ही भाग जा रहे हैं। जलजमाव के कारण बूढ़ानाथ जैसे इलाकों में डेंगू के लक्षण वाले लोग मिल रहे हैं। डॉक्टरों ने बुखार और दर्द होने पर तुरंत जांच कराने और बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।

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    भागलपुर में बढ़ने लगा डेंगू का खतरा(फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले के दियारा एवं शहरी इलाके में बाढ़ का पानी घटते ही डेंगू के मामले सामने आने लगे हैं। अब तक डेंगू के तीन कंफर्म तो एक संदिग्ध मरीज मिले हैं।

    सदर अस्पताल में सोमवार दोपहर बाद एक मरीज बुखार, सर्दी, शरीर में दर्द की शिकायत लेकर इलाज कराने पहुंचा। इस मरीज में डेंगू के लक्षण दिख रहे थे। ऐसे में तत्काल किट से इसकी जांच की गई। जिसमें वह पाजिटिव पाया गया।

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    किट जांच के बाद मरीज का एलीजा जांच कराने पर ही कंफर्म होता है कि वह डेंगू का शिकार है या नहीं। सदर अस्पताल प्रभारी डॉ. राजू कुमार ने बताया कि किट में पॉजिटिव आने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा गया।

    एलीजा जांच के लिए सैंपल लेने की तैयारी हुई। जब तक जांच के लिए सैंपल लिया जाता उससे पहले ही मरीज भाग गया। माइक्रोबायोलाजी लैब में मिले तीन मरीज जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में 20 दिन के अंदर तीन डेंगू मरीज मिल चुके हैं।

    विभाग के डा. अमरेश कुमार ने बताया कि बीस दिन के अंदर तीन लोग एलीजा जांच में पाजिटिव पाए गए हैं। सात दिन पहले एक मरीज की जांच की गई जिसमें वो पाजिटिव पाए गए।

    दूसरी ओर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में अब तक एक भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया है। इस बाबत बताया जा रहा है कि एलीजा जांच रिपोर्ट आने से पहले ही मरीज अपने घर चला जा रहा है।

    डेंगू के लक्षण के बावजूद नहीं जा रहे अस्पताल गंगा और कोसी का पानी जिस इलाके में आया था, वहां से अब धीरे-धीरे वापस होने लगा है। इस वजह से खास कर गंगा से सटे इलाके में जगह जगह जल जमाव होने लगा है।

    इसी कड़ी में बूढ़ानाथ सकिचन घाट के कस्बा इलाके में आधे दर्जन से ज्यादा लोग डेंगू के लक्षण के शिकार हुए हैं।

    ग्रामीणों ने बताया कि लगातार लोग बीमार हो रहे। हालांकि सभी लोग निजी डाक्टर से इलाज करा कर सीधे दवा खा रहे हैं। ऐसे में किसी की तबीयत ज्यादा खराब नहीं है।

    तेज बुखार और शरीर में दर्द तो कराएं जांच शहर के वरीय चिकित्सक डॉ. विनय कुमार झा ने बताया कि यह एक वायरल रोग है। इसमें तेज बुखार सिर, शरीर और जोड़ों में दर्द होता है। उल्टी एवं दस्त होता है। कभी-कभी मरीज के त्वचा पर चकत्ते या लाल धब्बे आ सकते हैं। इस रोग से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। स्वच्छ पानी घर के आसपास जमा नहीं होने दें।

    सीएस ने कहा, मरीज नहीं बताते सही पता सिविल सर्जन (सीएस) डा. अशोक कुमार ने बताया कि जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो संदिग्ध डेंगू मरीज मिले थे। इनकी एलीजा जांच कराई गई। जब तक रिपोर्ट आती तब तक मरीज फरार हो गया। मरीज ने अपना पता गलत बताया था। यहां तक की इनके पिता का नाम और मोबाइल नंबर भी गलत थे।

    वहीं सदर अस्पताल में भी मरीज आए थे। पूरी जांच जब तक होती उससे पहले मरीज फरार हो गए। इस हालत में हमारे सामने परेशानी यह है कि जहां से मरीज आए हैं उस इलाके की पहचान संभव नहीं हो पाती है। यहां छिड़काव भी नहीं करा पा रहे हैं।