भागलपुर के सभी प्रखंडों में खुलेंगे डिग्री कॉलेज, शिक्षा सचिव ने DM को लिखा लेटर; छात्रों की समस्या होगी दूर
भागलपुर जिले के हर प्रखंड में अब डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। शिक्षा सचिव अजय यादव ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर भूमि चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में इसकी घोषणा की गई थी। पहले उन प्रखंडों में कॉलेज खुलेंगे जहां पहले से कोई डिग्री कॉलेज नहीं है। इससे छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी।

नवनीत मिश्र, भागलपुर। जिले के सभी प्रखंडों में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना होगी। इसको लेकर शिक्षा सचिव अजय यादव ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट अभिभाषण में की गई घोषणा के आलोक में सभी प्रखंडों में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
पहले चरण में वैसे प्रखंडों में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना होगी, जहां पूर्व से अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय संचालित या प्रस्तावित नहीं है।
शिक्षा सचिव ने पत्र में कहा है कि वैसे प्रखंड जहां पूर्व से अंगीभूत महाविद्यालय स्थापित या प्रस्तावित नहीं है कि सूची संलग्न करते हुए प्रखंडों में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि चिह्नित कर विभाग को प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाए।
जमीन की खोज हुई शुरू
प्रखंडों निजी या अंगीभूत दोनों में से कोई एक अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय की स्थापना होगी। शिक्षा विभाग के सचिव के अनुरोध पर जमीन की खोज शुरू हो गई है।
जिले में अभी सबौर, नारायणपुर, नवगछिया, अजगैवीनाथ (सुल्तानगंज) व कहलगांव प्रखंड में अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय स्थापित है। जिले के 16 प्रखंडों में से मात्र पांच प्रखंडों में अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय स्थापित है।
पीरपैंती, सन्हौला, गोराडीह, जगदीशपुर, नाथनगर, शाहकुंड, बिहपुर, खरीक, गोपालपुर, रंगराचौक, इस्मइलपुर प्रखंड में अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय नहीं है। इन प्रखंडों के छात्रों का दबाव पांच प्रखंडों में स्थापित अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय पर है।
छात्र-छात्राओं को मिलेगी सुविधा
लड़कियों के लिए एक मात्र अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय नवगछिया में मदन अहिल्या महिला महाविद्यालय है। नगर निगम क्षेत्र में सुंदरवती महिला महाविद्यालय है। गंगा के इस पार व उस पार की लड़कियां सुंदरवती महिला महाविद्यालय में पढ़ती हैं और लाज व हॉस्टल में रहती है।
कई लड़के व लड़कियां पैसे के अभाव में अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय तक पढ़ाई के लिए नहीं पहुंच पाते हैं। प्रखंडों में अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय की स्थापना के बाद लड़के व लड़कियों को स्नातक की पढ़ाई के घर से दूर नहीं आना पड़ेगा।
दस किलोमीटर की दूरी में अंगीभूत डिग्री महाविद्यालय में पढ़ाई कर सकेंगे। जिले में पिछले 30 वर्षों से एक भी अंगीभूत डिग्री कालेज की स्थापना नहीं हुई है।
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