नवगछिया में मिला 25 साल की मादा डॉल्फिन की डेड बॉडी, बड़े जलीय जीव को देख सहम गए लोग
नवगछिया में मृत मादा डॉल्फिन मिली है। गंगा किनारे बड़े जलीय जीव देखकर लोग पहले तो सहम गए लेकिन किसी प्रकार की हलचल नहीं होने के बाद लोग ये जान गए कि ये तो मृत है। पास जाकर पता चला कि ये शव डॉल्फिन का है....

संवाद सूत्र, नवगछिया: नवगछिया अनुमंडल के इस्माइलपुर प्रखंड के समीप पुरानी दुर्गा मंदिर के पास शनिवार को दोपहर बाद एक बड़ा डॉल्फिन का शव गंगा के किनारे मिला। बड़े से जलीय जीव को देखते ही लोगों में हड़कंप मच गया। इसके बाद कोई हलचल ना होने पर लोगों की भीड़ उसे देखने पहुंचने लगी। मौके पर वन विभाग को सूचना देकर बुलाया गया।
सूचना पाकर नवगछिया रेंज पदाधिकारी पीएन सिंह अपने दल बल के साथ मौके पर जा पहुंचे। देर शाम मृत डॉल्फिन का शव लेकर पोस्टमार्टम हेतु भागलपुर ले जाया गया। इस डॉल्फिन की लंबाई चौड़ाई से स्थानीय लोगों ने बताया कि उसकी मौत किसी जाल में फंस जाने के कारण हुई होगी, जिसके बाद यह नदी के किनारे पहुंच गई। ऐसे डॉल्फिन मरने के बाद वन विभाग के अधिकारियों द्वारा इस पर पोस्टमार्टम बाद ही कुछ रिपोर्ट आने की बात कह रहे हैं। नवगछिया रेंज पदाधिकारी पीएन सिंह ने बताया कि यहां पर इस डॉल्फिन की मृत्यु कुछ दिन पहले ही हो चुकी है क्योंकि शव से बदबू आ रही थी। हम लोग इसे सुंदरवन लेकर जा रहे हैं।
20 से 25 वर्ष का है डॉल्फिन
इस डॉल्फिन के बारे में डॉल्फिन विशेषज्ञ जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के डिप्टी डायरेक्टर डॉ गोपाल शर्मा डॉल्फिन की उम्र लगभग 20 से 25 वर्ष है। यह फीमेल डॉल्फिन है इसकी मृत्यु किस परिस्थिति में हुई, ये जांच का विषय है। ऐसे भागलपुर डॉल्फिन सेंचुरी है। यहां डॉल्फिन संरक्षण केंद्र भी बना हुआ है। इसकी मौत हो जाना दुर्भाग्य है।
भागलपुर में डॉल्फिन
बिहार के भागलपुर में एशिया का एकमात्र गांगेय डॉल्फिन अभ्यारण्य है। स्थानीय लोगों में डॉल्फिनों को देखने की बहुत उत्सुकता रहती है लेकिन डॉल्फिनों के उपर हर समय खतरा मंडराया ही रहता है। यहां 250 से ज्यादा डॉल्फिन हैं। गंगा में जब पानी ज्यादा होता है तो इनकी अठखेलियां आसानी से देखी जा सकती हैं।

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