Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बिजली बिल अपडेट करने के नाम पर 2.51 लाख की साइबर ठगी, रिटायर्ड बैंक कर्मी को बनाया शिकार

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 02:14 PM (IST)

    भागलपुर में साइबर ठगों ने बिजली बिल अपडेट करने का झांसा देकर एक रिटायर्ड बैंक अधिकारी और उनकी पत्नी से 2.51 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर ऑनलाइन पेमेंट की जानकारी हासिल की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हाल के दिनों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें लोगों को बिजली बिल के नाम पर ठगा गया है।

    Hero Image

    बिजली बिल अपडेट करने के नाम पर 2.51 लाख की साइबर ठगी

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। बिजली बिल अपडेट करने का झांसा दे साइबर शातिर ने रिटायर्ड बैंक अधिकारी बीएन मित्रा और उनकी पत्नी सोमा मित्रा को दो लाख 51 हजार रुपये की चपत लगा दी है। इस साइबर ठगी की बाबत बीएन मित्रा ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बरारी थानाक्षेत्र के आईजी आवास के समीप एक अपार्टमेंट में रहने वाले रिटायर्ड बैंक अधिकारी को कॉल करने वाले साइबर शातिर ने खुद को एसबीपीडीसीएल का पदाधिकारी बताया और स्मार्ट मीटर के बिल को लेकर झांसा दे ऑनलाइन पेमेंट की गोपनीय जानकारी ले पति-पत्नी के खाते से दो लाख 51 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली।

    मित्रा को जब रुपये की निकासी का मेसेज आया तब उन्हें आभास हो गया कि वह साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं। फिर उन्होंने अपने रिश्तेदारों से संपर्क कर घटना की जानकारी दी और मामले में शिकायत दर्ज कराई है।

    हाल के दिनों में बिजली बिल का झांसा दे कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके शाति

    1. केस स्टडी:

    19 सितंबर 2025 को साइबर शातिर ने बरारी थानाक्षेत्र के सुरखी कल मोहल्ला में रहने वाले संतोष कुमार की मां सविता देवी के मोबाइल पर बिजली रिचार्ज करने का कॉल कर झांसा दे खाते से 35 हजार रुपये का चूना लगा दिया था। घटना की बाबत संतोष कुमार ने बरारी थाने में केस दर्ज करा दिया था।

    संतोष ने साइबर थाने में भी ऑनलाइन ठगी की जानकारी दी थी। 19 सितंबर 2025 को कॉल कर बताया कि उनका बिजली का कनेक्शन रिचार्ज नहीं करने पर कट जाएगा। सब्सिडी की राशि भी रुक गई है। इतना बोल एप डाउनलोड कराया। दो रुपये का रिचार्ज खुद उनके खाते में कर उसे वापस ऑनलाइन भेजने को कहा। जैसे ही दो रुपये ऑनलाइन वापस किया गया, खाते से 35 हजार रुपये कट गए। मोबाइल पर मैसेज आने पर साइबर ठगी की जानकारी हुई थी। मामले का उदभेदन नहीं किया जा सका है।

    2. केस स्टडी:

    छह सितंबर 2025 को पूर्व सिविल सर्जन और प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतिमा मोदी से भी बिजली कनेक्शन कट जाने का झांसा दे ठगी का शिकार बना लिया गया था। डॉ. मोदी के नोएडा में कंसलटेंसी का काम देख रहे पुत्र प्रमेंद्र कुमार मोदी को साइबर शातिर ने कॉल कर कहा था कि आप अपने स्मार्ट मीटर का बिल अपडेट कर लीजिए नहीं तो बिजली का कनेक्शन कट जाएगा।

    इस तरह के साइबर शातिर के झांसा देते ही पुत्र प्रमेंद्र असहज हो गए थे। मां भागलपुर में अकेली और वह नोएडा में। मां को बिजली कनेक्शन के कट जाने पर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बस कॉल करने वाले की बात में आकर एक एप डाउनलोड कर लिया था। उधर से जब पांच सौ रुपये के रि-चार्ज करने को कहा तो उन्होंने अपने पे-फोन से पांच सौ रुपये का रि-चार्ज कर दिया था। रि-चार्ज करते ही उधर से प्रिय उपभोक्ता आपके पांच सौ रुपये का ट्रांजेक्शन सफल रहा।

    भुगतान करने के लिए धन्यवाद, आपका वर्तमान प्रीपेड बैलेंस 3248.19 है। एसबीपीडीसीएल का ऐसा मैसेज आया। प्रमेंद्र कुमार मोदी मैसेज पढ़ कर इस बात को लेकर निश्चिंत हो गए कि भागलपुर में रह रही मां को बिजली कनेक्शन के कट हो जाने की परेशानी नहीं झेलनी होगी। लेकिन यह क्या उनके पे-फोन से 24 हजार रुपये की चपत लग गई। तब प्रमेंद्र समझ गए कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए। उन्होंने साइबर ठगी की बाबत साइबर थाने और बेवसाइट पर शिकायत दर्ज करा दिया था।

    3. केस स्टडी:

    11 सितंबर 2025 को कोतवाली थानाक्षेत्र के अनंत राम लेन निवासी 61 वर्षीय रणजीत कुमार गुप्ता को साइबर शातिर ने कॉल कर बिजली बिल अपडेट करने का झांसा दे 81 हजार 159 रुपये की चपत लगा दी। उनके खाते से यह राशि तब अचानक निवासी कर ली गई जब वह बिजली बिल अपडेट की कवायद करते हुए पांच सौ रुपये का जुर्माना ऑनलाइन साइबर शातिर के बताए खाते में डाला।

    मोबाइल कॉल पर उधर से बिजली विभाग का पदाधिकारी का परिचय देते हुए बुजुर्ग गुप्ता को कहा गया कि उनके बिजली बिल में फाइन कट रहा है। आप अपडेट कर लें ताकि फाइन से निजात मिल सके। इसके लिए फोन-पे से एसबीपीडीसीएल को पांच सौ रुपये का पेमेंट कीजिए। उसके कहने पर बुजुर्ग ने पेमेंट कर दिया। उसके बाद उधर से इंटरनेट स्लो चलने की बात कह पांच मिनट रुकने को कहा गया। उसी दौरान उनके खाते से उपरोक्त राशि की अवैध निकासी कर ली गई थी।