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    भागलपुर में पहली बार अनानास की खेती, सेंटर आफ एक्सीलेंस देसरी वैशाली से आएगा पौधा, अनुदान के लिए करें आवेदन

    By Dilip Kumar ShuklaEdited By:
    Updated: Sun, 19 Dec 2021 11:38 PM (IST)

    भागलपुर के बिहपुर का किसान एक हेक्टेयर में लगाएगा फसल मिलेगा अनुदान। इसके लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस देसरी वैशाली से पौधा मंगाया जाएगा। एक हेक्टेयर में 45 ...और पढ़ें

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    अनानास की खेती की भागलपुर में तैयारी की जा रही है।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले में पहली बार अनानास की खेती होगी। बिहपुर के एक किसान ने एक हेक्टेयर में अनानास लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए किसान को 26 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। किसान को पौधा सेंटर आफ एक्सीलेंस देसरी वैशाली से मंगाकर दिया जाएगा। एक हेक्टेयर में 43 से 45 हजार पौधे की जरूरत पड़ेगी।

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    अनानस की खेती अभी तक किशनगंज, पूर्णिया व कटिहार इलाके में होती रही है। प्रयोग के तौर पर पहली बार भागलपुर इलाके में अनानास की खेती की जाएगी। जिले को एक हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया था। इसके लिए किसानों से आनलाइन आवेदन मांगा गया था। बिहपुर के किसान ने एक हेक्टेयर में अनानास की खेती के लिए आनलाइन आवेदन किया है। उद्यान विभाग की ओर से उक्त किसान को अनुदानित दर पर पौधा उपलब्ध कराया जाएगा।

    10 हेक्टेयर में लगेगा सहजन

    जिले में सहजन की भी खेती होगी। राज्य सरकार ने इसके लिए लक्ष्य तय कर दिया है। भागलपुर सहित 22 जिलों में सहजन की खोती के लिए लक्ष्य तय किया गया है। जिले में दस हेक्टेयर में सहजन की खेती होगी। इसके लिए इच्छुक 30 किसानों को पहले चरण में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण सेंटर आफ एक्सीलेंस देसरी वैशाली में होगा। विशेष उद्यानिक फसल योजना के तहत किसानों को सहजन की खेती के लिए अनुदान दर पर पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रथम किश्त के रूप में 75 फीसद और दूसरी किश्त में 25 फीसद राशि उपलब्ध कराई जाएगी। कुल प्रति हेक्टेयर 37 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। सहजन गुणकारी सब्‍जी है। सहजन का पत्‍ता, फल और फूलों तीनों का सेवन किया जाता है। स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी इस सब्‍जी को खाने के लिए चिकित्‍सक सलाह देते हैं। 

    जिले में पहली बार प्रयोग के तौर पर अनानास की खेती होगी। अच्छी उपज होने पर रकवा बढ़ाया जाएगा। किसान को अनानास की खेती के लिए अनुदान दिया जाएगा। - विकास कुमार, सहायक निदेशक उद्यान