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    बिहार: नर्सों की हैरान कर देने वाली हरकत, प्रसव के बाद एसिड से कर दी जच्चा-बच्चा की मालिश

    बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं। नर्सों की एक हैरान कर देने वाली करतूत सामने आई है। प्रसव के बाद नर्सों ने प्रसूता और उसके बच्चे की एसिड से मसाज कर दी। इस मामले को तूल पकड़ता देख...

    By Shivam BajpaiEdited By: Updated: Wed, 01 Jun 2022 11:03 PM (IST)
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    बिहार के मुंगेर जिले के जमालपुर का मामला।

    संवाद सूत्र, जमालपुर (मुंगेर) : बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर अक्सर सुर्खियों में रहती है। इस बार खबर मुंगेर जिले से है। यहां जमालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत नर्सों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां कार्यरत दो एनएम ने जच्चा और बच्चा की प्रसव के बाद तेल की जगह एसिड से मालिश कर दी। जब दोनों की स्थिति बिगड़ गई तो आनन-फानन में सदर अस्पातल रेफर कर दिया। मामला 23 मई की रात का है। मामला तूल पकड़ने पर बुधवार को पीएचसी के प्रभारी चिकेत्सिा पदाधिकारी डा. अशोक पासवान पीडि़त के घर पहुंचे और पूछताछ की। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने दो एएनएम और चार स्वास्थ्यकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है।

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    दरसअल, 23 मई को जमालपुर थाना क्षेत्र के बड़ी दरियापुर की रहने वाली महिला सुभाषिनी देवी को प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमालपुर में स्वजनों ने भर्ती कराया। ड्यूटी पर तैनात एएनएम विद्या कुमारी और संतोषी देवी की देखरेख में महिला ने बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद एएनएम ने महिला के पेट और नवजात के पीठ पर तेल के बदले एसिड से मालिश कर दिया। कुछ देर बाद दोनों का शरीर जलने लगा। त्वचा का कलर बदलने लगा। मामला बिगड़ता देख आनन-फानन में सदर अस्पताल भेज दिया गया।

    • -जमालपुर में एएनएम की लापरवाही, जच्चा-बच्चा को तेल के बदले एसिड से किया मालिश
    • -घटना के एक सप्ताह बाद हुई जांच, दो एएनएम सहित चार स्वास्थ्य कर्मियों को स्पष्टीकरण
    • - प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने मरीज के घर पहुंच मामले की जांच-पड़ताल की

    सदर अस्पातल से दोनों को चिकित्सकों ने भागलपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। इस बीच स्वजनों ने दोनों को मुंगेर के एक निजी चिकित्सक क्लीनिक में भर्ती करया। महिला का पति दिव्यांग है और फुटपाथ पर भूंजा बेचकर परिवार चलाता है। महिला घर पर सिलाई करती है।

    मामले पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अशोक पासवान ने कहा कि एवीबीपी के जिला संयोजक शंकर सिंह की शिकायत पर मरीज सुभाषिनी देवी को देखने घर पर गए थे। जच्चा-बच्चा खतरे से बाहर है। एएनएम विद्या कुमारी और संतोषी देवी, ममता कार्यकर्ता मीना देवी तथा सफाई कर्मी गुड्डी देवी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। निजी चिकित्सक से इलाज कराने में हुए खर्च का भुगतान किया जाएगा।