Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Police News: फिर बदनाम हुई बिहार पुलिस; कानून से खेला खेल, कर दी चोरों की हेराफेरी

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 11:24 PM (IST)

    Bihar Police News बिहार पुलिस के कारनामे देशभर को चौंकाते रहे हैं। अबकी बार भागलपुर जिले के नवगछिया इलाके की पुलिस ने चोरी के दो आरोपितों को पहले गिरफ्तार किया। लेकिन उन्हें बाद में बदल कर जेल भेजा गया। आइजी के आदेश पर मामले की जांच की जा रही है। आरोप है कि पुलिस ने चोरों को तय समय में जेल भी नहीं भेजा।

    Hero Image
    Bihar Police News: नवगछिया पुलिस ने दो चोरों की हेराफेरी कर उन्हें बदलकर जेल भेजा।

    कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। Bhagalpur News चोर चोरी से जाए, हेराफेरी से न जाए। कहावत तो यह चोरों के लिए है, लेकिन यह फिट बैठ रही नवगछिया पुलिस पर। कारनामा ही कुछ ऐसा किया है। उसने एक मामले में पकड़े गए चोरों की ही हेराफेरी कर दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नवगछिया के रंगरा थाना की पुलिस ने चोरी के एक मामले में पहले चार आरोपितों को पकड़ा। थानाध्यक्ष समेत पूरी पुलिस टीम ने शान से आरोपितों के साथ तस्वीर खिंचवाई। इसे पुलिस के वाट्सएप ग्रुप में शेयर किया। इसके बाद न जाने क्या खिचड़ी पकी कि थानाध्यक्ष ने ग्रुप से तस्वीर डिलीट कर दी।

    24 घंटे बाद समझ में आया कि खिचड़ी क्या पकी है। जिस तस्वीर को डिलीट किया गया, उसमें मौजूद दो आरोपितों को बदलते हुए दो नए आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया। खिचड़ी का भोग किसने किसने खाया, इसकी जांच शुरू हो गई है। लेकिन, बड़ा सवाल है कि जो दो आरोपित छोड़ दिए उनकी अगर मामले में संलिप्तता थी तो क्या अब जिन्हें जेल भेज गया, क्या वह निर्दोष हैं।

    रंगरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार से इस संबंध में कई बार पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने मौन साध लिया है। भागलपुर रेंज के आइजी विवेक कुमार ने कहा है कि मामले की जांच कराई जाएगी, जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    भागना, पकड़ना और फिर चेहरे बदल जाना

    रंगरा थाना की पुलिस ने बताया कि 18 जुलाई 2025 को मोटर चोरी के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। मोटर भी बरामद कर लिया गया। बाद में पुलिस ने बताया कि चारों आरोपितों में से दो थाना से भाग निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें थाने से कुछ ही दूरी पर दबोचने का दावा किया।

    रंगरा पुलिस ने इन आरोपितों को पकड़ तो लिया, लेकिन 24 घंटे बाद भी जेल नहीं भेजा। 20 जुलाई को जिन चार आरोपितों को जेल भेजा गया उनके साथ पुलिस टीम ने फिर तस्वीर खिंचवाई तो भेद खुल गया। इनमें दो आरोपित ऐसे थे, जो पूर्व की तस्वीर में नहीं थे।