बिहार पंचायत चुनाव 2021: पांच साल पहले मृत व्यक्तियों के नाम आज भी मतदाता सूची में, बांका में देखिए BLO के कारनामे
Bihar panchayat Election 2021 पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। लेकिन इसमें वैसे लोगों का नाम भी है जिनकी मौत पांच साल पहले हो गई है। ऐसे नामों की भरमार है। इसमें साफ तौर पर बीएलओ की...!
संवाद सूत्र, धोरैया, बांका। पंचायत चुनाव की प्रशासनिक तैयारी का बांका में अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है मतदाता सूची में स्वर्ग वासियों की भरमार है। जिन लोगों की मौत पांच साल पहले हो गई है, उनका भी नाम नहींं हटाया गया है। हर वार्ड की मतदाता सूची में दर्जन-दो दर्जन स्वर्गवासी प्रत्याशियों की परेशानी बढ़ा रहे हैं। प्रत्याशी मतदात सूची लेकर वोटर खोजते उसके घर पहुंच रहे हैं। ऐसे में उन्हें कइ्र मतदाता साल से दो साल पहले स्वर्ग सिधार जाने की जानकारी मिल रही है।
पहले चरण में धोरैया प्रखंड के मतदान की मतदाता सूची का प्रकाशन होते ही इसका मामला उजागर हो रहा है। बीएलओ की लापरवाही का आलम यह कि साल भर पहले स्वर्ग सिधारे लोगों नाम भी नहीं हटाया जा सका है। जबकि चुनाव आयोग ने दो महीने पूर्व भी सभी बीएलओ को मृत लोगों का नाम हटाने का आदेश दिया था। बीएलओ की लापरवाही के बाद अधिकारियों ने भी इसकी अनदेखी कर मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया। मतदाता सूची की गड़बड़ी यहीं नहीं रुकी है बल्कि जिस वार्ड में एक भी अल्पसंख्यक आबादी नहीं है, वहां की मतदाता सूची में कई अल्पसंख्यक नाम शामिल है। नए मतदाता कहां के हैं, प्रत्याशी के लिए खोजना मुश्किल हो गया है। :
स्वर्ग सिधारे मतदाता का परिचय
बटसार पंचायत के वार्ड 10 में क्रमांक 392 गुणानंद दास, क्रमांक 101 कुंती देवी, क्रमांक 201 जयप्रकाश साह, क्रमांक 253 अन्नपूर्णा देवी, क्रमांक 226 भोजू मंडल, क्रमांक 468 यमुना रविदास, वार्ड 13 में क्रमांक 211 चित्रधर प्रसाद वर्मा, वार्ड आठ के क्रमांक 498 गणेश मंडल सहित कई नाम अंकित है। जबकि ये सभी छह महीने से दो साल पहले ही स्वर्गवासी हो गए हैं। मतदाता सूची मिलने के बाद स्वर्ग सिधारे मतदाताओं को प्रत्याशी ढूंढते फिर रहे हैं। लेकिन उनके घर पहुंचने पर निधन की खबर सुन उनका उत्साह ठंड पड़ जा रहा है। अब ऐसे मतदाता मतदान के दिन किसकी किस्मत बनाएंगे यह तो समय बताएगा।
महीने भर पहले उन्होंने धोरैया में योगदान किया है। नाम जोडऩे हटाने का चुनाव से पहले बीएलओ को निर्देश जारी किया जाता है। निश्चित रूप से बीएलओ की लापरवाही से इस तरह की गलती सामने आ रही है। आगे इसमें सुधार करा लिया जाएगा। - अमर कुमार मिश्रा, बीडीओ, धोरैया