सिवान के कुख्यात अयूब खान को छह माह और रहना होगा भागलपुर जेल में, तीन युवकों को अगवा कर हत्या का आरोप
बिहार समाचार सिवान के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा बाद जेल आइजी ने प्रशासनिक आदेश की अवधि छह माह और बढ़ाई। 11 फरवरी 2022 को सिवान मंडल कारा से शिफ्ट कराया गया था भागलपुर तीन युवकों को अगवा कर हत्या का है आरोप।
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। बिहार समाचार : हत्या, अपहरण समेत जघन्य मामलों में चर्चा में रहे सिवान के कुख्यात अयूब खान को भागलपुर की विशेष केंद्रीय कारा में अब छह माह और रहना होगा। सिवान के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा पर जेल आइजी ने अयूब को भागलपुर जेल में रखे जाने की प्रशासनिक आदेश को छह माह के लिए और बढ़ा दिया है। विधि-व्यवस्था के लिए खतरा बन चुके अयूब को 11 फरवरी 2022 को सिवान मंडल कारा से गोपनीय तरीके से भागलपुर की जेल में शिफ्ट करा दिया गया था। उसपर साथियों के साथ मिलकर सात नवंबर 2021 को सिवान के विशाल सिंह, अंशु सिंह और प्रमेंद्र यादव को अगवा कर बेरहमी से हत्या कर शव को नदी में टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देने का आरोप था। पुलिस उसे तब सरगर्मी से ढूंढ रही थी। चार फरवरी 2022 को सिक्किम के गंगटोक से नए साल का जश्न मनाकर लौटते समय पूर्णिया जिले के बायसी से अयूब को स्पेशल टीम ने गिरफ्तार कर लिया था।
गिरफ्तारी बाद उसने हत्या का जुर्म कबूल किया था कि तीनों को बड़हरिया के बीबी बंगरा में नशीली दवा पिलाने के बाद गमछा लगाकर गाड़ी में ही मार डाला गया था। शव को टुकड़े-टुकड़े कर नदी में फेंक दिया गया था। हत्याकांड का राज खुलने के भय से तीनों युवकों के कपड़े, जूते आदि सिसवन के साईंपुर तीन मुहानी घाट से नदी में फेंक दिया था। अंशु, विशाल और प्रमेंद्र बीबी बंगरा निवासी मंसूर मियां के घर गए थे। उसके बाद हत्या को अंजाम दिया गया था। अयूब की निशानदेही पर हत्याकांड से जुड़ी सफारी और बोलेरो गाड़ी, नदी के किनारे झाड़ी में छिपा कर रखे गए हथियार को बरामद कर लिया गया था।
बिहार, यूपी और ओडिसा में 42 संगीन मामले दर्ज
अयूब के विरुद्ध सूबे के अलावा उत्तर प्रदेश और ओडिसा में हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, अपहरण आदि के 42 मामले दर्ज हैं। कभी सिवान के दिवंगत बाहुबली सांसद का अयूब करीबी हुआ करता था। बाद में जब शहाबुद्दीन पर कानून का शिकंजा कसने लगा तो अयूब खान और उसके भाई रइश खान का दबदबा खान ब्रदर्स के रूप में सिवान के कुछ इलाके में कायम होने लगा और देखते ही देखते अयूब जरायम की दुनिया में दबदबा कायम कर लिया।
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