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    Bhagalpur News: भागलपुर में महिला के साथ छेड़खानी, विरोध करने पर घर में घुसकर पीटा; थाने में FIR

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 02:37 AM (IST)

    Bhagalpur News भागलपुर के नारायणपुर में भवानीपुर कोसी तटबंध पर एक महिला के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है। छेड़खानी का विरोध करने पर महिला के घर में घुसकर उसके स्वजनों के साथ मारपीट भी की गई है। इस मामले में पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    Bhagalpur News: भागलपुर में भवानीपुर कोसी तटबंध पर एक महिला के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है।

    संवाद सूत्र, नारायणपुर। Bhagalpur News भागलपुर जिले के भवानीपुर कोसी तटबंध पर एक महिला के साथ छेड़खानी का विरोध करने पर उसके घर में घुसकर मारपीट करने और मोटरसाइकिल छीनने का मामला सामने आया है। पीड़िता, भवानीपुर निवासी रामनाथ पंडित की पत्नी आशा देवी ने नगरपारा निवासी बिनोद पासवान, रंजीत पासवान, मुल्लू पासवान, छंगूरी पासवान, बाबुसाहेब पासवान, छोटु पासवान, हरेराम पासवान, बिदुर पासवान, मनोज पासवान, बमबम पासवान, राजन पासवान, सुमित पासवान समेत बारह लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

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    महिला ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने छेड़खानी का विरोध किया, तो आरोपियों ने घर में घुसकर लाठी-डंडों और अवैध हथियारों से गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। इस दौरान उनके ननदोसी भोला पंडित, गोतनी मधु देवी और बच्चे प्रिंस भी घायल हो गए। जब उनके पति और पुत्र बचाने आए, तो आरोपियों ने मोटरसाइकिल संख्या बी आर 34 क्यूं 0834 छीन ली और धमकी देते हुए फरार हो गए।

    स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उक्त महिला और उसके परिवार को सीएचसी नारायणपुर में इलाज के लिए ले जाया गया। भवानीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। थानाध्यक्ष शंभू कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है।

    कोसी का जलस्तर हुआ स्थिर, मिली राहत 

    खरीक प्रखंड में कोसी नदी का जलस्तर व पानी के तेज बहाव की रफ्तार गुरुवार को स्थिर रही। उससे कोसी के तटवर्ती इलाके के लोगों को कुछ राहत मिली। लेकिन बाढ़ के पानी से घिरे प्रखंड के कोसी पार बसे लोकमानपुर पंचायत के सिंहकुंड गांव के लोगों की परेशानी बरकरार है। वह गांव बाढ़ से घिरा हुआ है। वहां लोगों के आवागमन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा बच गया है।

    प्रशासनिक स्तर से अबतक लोगों की आवाजाही के लिए एक भी नाव तक की व्यवस्था नहीं की गई है। अन्य सुविधाएं भी वहां के बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिल पा रही हैं। ग्रामीण सूरज सिंह राजपूत, उमेश ठाकुर आदि ने गुरुवार को बताया कि पूरा गांव अब भी बाढ़ की चपेट में है। लोगों के सामने भोजन व पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो गई। महिलाओं और बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ से खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं।