हरियाणा के प्रोफेसर को चूना लगाने वाला साइबर ठग भागलपुर से गिरफ्तार, सागर रत्ना का पेज बना लूटे एक लाख से अधिक
हरियाणा के एक प्रोफेसर तक भोजन का आर्डर देने के दौरान साइबर ठगी कर एक लाख एक हजार 446 रुपये का चूना लगाने वाला आरोपी रोहित को भागलपुर से गिरफ्तार किया गया। ठगी का शिकार हुए प्रोफेसर आशीष ओबराय हरियाणा के यमुनानगर के कल्याणपुरी के रहने वाले हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर: हरियाणा के एक प्रोफेसर तक भोजन का आर्डर देने के दौरान साइबर ठगी कर एक लाख एक हजार 446 रुपये का चूना लगाने वाला आरोपी रोहित को भागलपुर से गिरफ्तार किया गया। ठगी का शिकार हुए प्रोफेसर आशीष ओबराय हरियाणा के यमुनानगर के कल्याणपुरी के रहने वाले हैं और आरआईएमपी विश्वविद्यालय मंडी गोबिंदगढ़ में प्रोफेसर हैं।
हरियाणा के यमुनानगर साइबर थाने से भागलपुर आई पुलिस टीम ने शुक्रवार को रोहित यादव को लोदीपुर से गिरफ्तार कर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश कर पांच दिनों की ट्रांजिट रिमांड की अर्जी दी। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने पांच दिनों की ट्रांजिट रिमांड की अर्जी स्वीकार कर ली, जिसके बाद पुलिस टीम आरोपित को लेकर हरियाणा के लिए रवाना हो गई है।
अब हरियाणा पुलिस उसे हरियाणा के जगाधरी व्यवहार न्यायालय की प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी डॉ. मोहिनी की अदालत में पेश करेगी। रोहित मूल रूप से मुंगेर जिले के मेहराणा धरहरा का रहने वाला है, लोदीपुर में अपनी पत्नी बंदना कुमारी के साथ कमरा लेकर रह रहा था।
हरियाणा की साइबर सेल ने तकनीकी निगरानी के क्रम में उसका लोकेशन लगातार लोदीपुर में मिलने के बाद एसएसपी आनंद कुमार से संपर्क कर उसे गिरफ्तार करने में सहयोग मांगा। एसएसपी के निर्देश पर लोदीपुर इंस्पेक्टर राजेश कुमार झा ने पुलिस टीम को सहयोग कर रोहित यादव की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई।
फेसबुक पेज खोलते ही उड़ गए पैसे
प्रोफेसर आशीष ओबराय ने 30 जुलाई 2022 को फेसबुक चलाते समय सागर रत्ना के नाम का पेज देखकर उसे खोला। वेबसाइट ओपन करने पर वह सागर रत्नी की तरह दिख रही थी। पेज पर क्लिक करते ही उन्हें 1,01,446 रुपये का चूना लग गया।
प्रोफेसर ने कुछ खाने का आर्डर करने के लिए अपना नाम और मोबाइल नंबर डाला, जिसके बाद उन्हें 9339081241 से कॉल आया। उधर से कहा गया कि आप अपने क्रेडिट कार्ड से 10 रुपये का पेमेंट करो। जिस पर प्रोफेसर ओबराय ने अपने क्रेडिट कार्ड जो एचडीएफसी का था, 10 रुपये का पेमेंट कर दिया। उधर, से जोहासिस्ट एप्प डाउनलोड करने को कहा गया। जैसे ही उस एप्प को डाउनलोड किया कि क्रेडिट कार्ड से 50,723 रुपये का दो बार ट्रांजैक्शन हो गया। उसका मैसेज मोबाइल पर आ गया। प्रोफेसर ने उसके बाद तुरंत उक्त एप्प को अन इंस्टॉल कर दिया। ब्लॉक करने की प्रक्रिया भी तुरंत कराई, लेकिन तब तक ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले शातिर ने 1,01,446 रुपये की धोखाधड़ी कर ली थी।
साइबर ठगी के लिए मधुबनी और मुंगेर जिले के व्यक्ति के मोबाइल नंबर और खाते का इस्तेमाल किया था। खाते से एटीएम का इस्तेमाल कर रुपये की निकासी रोहित ने भागलपुर से ही की थी। उन मोबाइल नंबरों से अपने नंबर से होने वाली बातचीत के आधार पर उसकी पहचान यमुनानगर की साइबर सेल करने में कामयाब रही। गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने उसे उपस्थित होने का नोटिस भी दिया था, लेकिन पर हाजिर होने की बजाय भूमिगत हो गया। इसके बाद हरियाणा पुलिस भागलपुर पहुंच उसे गिरफ्तार कर लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।