Bihar News: भागलपुर में एक और निर्माणाधीन पुल से लगी 2.27 करोड़ की चपत, कोसी में बह गया 1400 टन वजनी पिलर
Bihar News बिहार के भागलपुर में एक और निर्माणाधीन पुल बह गया है। कोसी नदी पर बन रहे पुल का एक पाया तेज बहाव में बह गया और एक के धंसने की खबर है। पाया बह जाने से 2.27 करोड़ का नुकसान कंपनी को हुआ है।
जागरण टीम, (बिहपुर) भागलपुर: जिले के कोसी नदी पर हरिओ के त्रिमुहान घाट के पास निर्माणाधीन पुल का एक पाया कोसी की तेज धार में बह गया है। शनिवार को बहुप्रतीक्षित एनएच 106 मिसिंग लिंक (30किलोमीटर ) बिहपुर से फूलोत तक कोसी नदी पर बन रहे पुल का एक 124 नंबर पाया (कुंआ ) हरिओ के त्रीमुहान घाट के पास कोसी नदी के तेज बहाव में बह गया। 1400 टन वजनी और उसका व्यास 8.50 मीटर के इस पिलर के बह जाने से निर्माण करने वाली कंपनी को 2.27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
सूबे में लगता है कि बड़े बड़े प्रोजेक्ट के अंतर्गत बनने वाले पुलों के स्ट्रक्चर और पायों का थोड़ा तेज हवा चलने पर टूटने कर गिरने और नदी का बहाव थोड़ा तेज होने पर पानी में ही धराशाई जाने का सिलसिला चल पड़ा है। ताजा मामला एक बार फिर सामने आया है। बिहपुर-वीरपुर एनएच106 के लिए हो रहे मीसिंग लिंक निर्माण कार्य स्थल से बिहपुर से मधेपुरा जिले के फुलौत 30 किमी तक के लिए सड़क एवं कोसी नदी पुल निर्माण कार्य मुंबई की एफकांस इंस्फ्राटक्चर कंपनी करीब1500 करोड़ रूपये की लागत से कर रही है। मिली जानकारी अनुसार 6.93 किमी लंबा फोरलेन पुल का निर्माण होना है। सिर्फ पुल निर्माण का लागत राशि ही करीब 830 करोड़ है। बिहपुर के हरियो कोसी त्रमिुहान घाट के पास नदी में शनिवार की दोपहर पाया संख्या124 पहले कुछ टेढ़ा और शाम होते होते वह पाया वहीं पर धंस कर पानी में समा गया।
मामले की जानकारी मिलने पर रविवार की सुबह बिहपुर सीओ रोहित कुमार मौके पर पहुंचे। जहां मौजूद कर्मियों ने उन्हें पाया के धंसने की जानकारी दी।वहीं देखा गया कि उक्त पाया के आगे एक और पाया संख्या123 भी हल्का टेढ़ा हो गया है। हालांकि इसके टेढ़ा होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। बिहपुर सीओ ने रविवार को इस मामले के बारे में जिले व अनुमंडल के वरीय अधिकारियों को भी अवगत कराया। एफकांस इंस्फ्राटक्चर कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि नदी में पानी का बहाव काफी तेज हो जाने कारण पाया टेढ़ा होकर धंस गया है।
वहीं मामले की जांच के बारे कंपनी व इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी सीधे कुछ कहने से भी परहेज कर रहे हैं।सुबह से ही मीटिंग व इस मामले पर चर्चा कंपनी के अधिकारियों के बीच शुरू हो गई थी। बताया जा रहा है कि कोसी बराज से करीब साढ़े दस लाख क्यूसेक पानी पछोड़ गया है। इसके कारण नदी में पानी का बहाव तेज और जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। कंंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर बीके झा, डीजीएम अरविंद कुमार व सीनियर मैनेजर शैलेश तिवारी आदि ने बताया कि बिहपुर के हरियो त्रिमुहान घाट के पास नदी की मध्य धारा में चार पाया का निर्माण कार्य चल रहा है। पाया संख्या124 में कुछ तकनीकि बाधा की बात सामने आने पर बीस दिन पूर्व ही गोताखोरों के द्वारा पाया के अंदर कुंआ में जाकर बाधा का पता लगाया गया था।
इधर नदी में पानी का बहाव तेज होने कारण पाया के कुंआ के अंदर निर्माण सामग्री खिसक जाने के कारण पाया टेढ़ा होकर धंस गया।अधिकारियों ने बताया कि उसी जगह पर नया पाया बनाया जाएगा।एक पाया बनाने में कंपनी को लगभग तीन करोड़ रूपये का लगात लगता है। इसी वर्ष से शुरू हुआ कार्य को वर्ष 2024 में पूर्ण करना है।