बिहार में तीसरी बार पुल चोरी: रोहतास और बांका के बाद पूर्णिया में चोरों ने किया हाथ साफ, अजीबो गरीब है मामला
Bihar News बिहार में पुल चोरी का मामला थम नहीं रहा है। रोहतास और बांका के बाद अब पूर्णिया में लोहे का पुल चोर ले भागे। 12 साल पहले 50 लाख की लागत से इसका निर्माण कराया गया था। इस पुल के आधे हिस्से को चोर ले भागे।

सुशांत कुमार, धमदाहा (पूर्णिया)। Bihar News: बिहार में लोहे के पुराने पुलों की चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोहतास और बांका के बाद अब पूर्णिया जिले में भी लोहे के पुल चोरी का मामला प्रकाश में आया है। यहां धमदाहा थाना क्षेत्र के कसमरा गांव में कदई नदी पर बना लोहे का पुल आधा से अधिक गायब हो चुका है।
स्थानीय लोगों की मानें तो चोर रोजाना पुल में लगे लोहे काटकर ले जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन उदासीन बना हुआ है। इस पुल के जर्जर होने के बाद पुल निर्माण निगम ने बगल में ही नया पुल बनाया है। साल भर पहले नया पुल चालू हुआ। इसके बाद लोहे के पुराने पुल पर आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया। पुल पर आवाजाही बंद होने के साथ ही चोरों ने यहां हाथ साफ करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते पुल की रेलिंग में लगे लोहे गायब हो गए।
इसके बाद पिलर में लगे लोहे भी चोर काटकर ले जा रहे हैं। नतीजतन पुल का एक सिरा झुक गया है।
ऐसा नहीं है कि विभाग को इस चोरी की सूचना नहीं हुई। नए पुल के उद्घाटन के बाद पुल का निरीक्षण करने आए अधिकारियों की नजर भी लोहे के पुराने पुल पर पड़ी थी। उस समय रेङ्क्षलग ही गायब हुई थी। ग्रामीणों ने भी उन्हें इस संबंध में बताया, पर अधिकारी उदासीन बने रहे। इस मामले में धमदाहा के एसडीओ राजीव कुमार का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। रविवार को वे खुद कसमरा जाकर घटना की पूरी जानकारी लेंगे।
12 साल पहले बनाया गया था लोहे का पुराना पुल
लोहे के पुराने पुल का निर्माण 2009-10 में हुआ था। उस समय इसके निर्माण में 50 लाख रुपये खर्च हुए थे। यह पुल धमदाहा और बीकोठी प्रखंड के छह से सात पंचायतों को जोडऩे के लिए बनाया गया था। इसके साथ ही पड़ोसी जिला मधेपुरा से भी बड़ी संख्या में किसान और अन्य लोग इस पुल के जरिये पूर्णिया गुलाबबाग मंडी आते थे।
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